राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज ने की जन सुनवाई
चूरू, राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज ने शुक्रवार को यहां सर्किट हाऊस में आमजन की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने महिला आयोग से संबंधित प्रकरणों के अलावा आमजन की समस्याओं से जुड़े अभाव-अभियोग सुने और उनके समुचित निस्तारण का भरोसा दिलाया। इस दौरान उनसे मिले चिकित्सकों एवं अन्य प्रतिनिधिमंडलों ने लालसोट प्रकरण में राजस्थान सरकार एवं महिला आयोग द्वारा उठाए गए कदम की सराहना की और कहा कि दोषियों को समुचित दंड मिलना चाहिए। इस पर महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि अपराधी चाहे कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न से जुड़े सभी मामलों में उनका स्टैंड यही रहता है। महिलाओं को भी अनावश्यक दबाव में आने की बजाय अपने हक की बात करनी चाहिए।
इस दौरान चूरू मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ एमएम पुकार से बातचीत में मेडिकल कॉलेज में विभिन्न पदों के रिक्त पड़े होने की बात सामने आने पर महिला आयोग अध्यक्ष ने चिकित्सा शिक्षा विभाग कमिश्नर शिवांगी स्वर्णकार से इस बारे में चर्चा की और आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा। सुबोध मासूम आदि ने गढ़ के जीर्णोद्धार के लिए राजस्थान सरकार की ओर से पांच करोड़ रुपए के प्रावधान के लिए आभार व्यक्त करते हुए अनुरोध किया कि गढ़ में हो रहे अतिक्रमण एवं चल रहे सरकारी कार्यालयों को खाली करवाकर वहां पुरातात्विक महत्त्व तथा स्वाधीनता संग्राम से संबंधित सामग्री आमजन के दर्शनार्थ उपलब्ध करवाई जाए तथा गढ़ के जीर्णोद्धार का समस्त कार्य जिला प्रशासन की देखरेख मे सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा करवाया जाए। इस पर रेहाना रियाज ने जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग से दूरभाष पर चर्चा की और कहा कि गढ़ के जीर्णोद्धार एवं अन्य कार्य के लिए इतिहास और पुरातत्व से जुड़े लोगों की कमेटी बनाई जा सकती है। सरदारशहर के जितेंद्र स्वामी, भाले खां आदि ने यूक्रेन से लौटे छात्रों की शिक्षा एवं रोजगार में मदद के लिए अनुरोध किया, जिस पर रियाज ने कहा कि वे इस संबंध में राज्य स्तर पर बात रखेंगी।
डॉ जेबी खान एवं अन्य लोगों ने इस दौरान जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका कॉलेज में विज्ञान संकाय खुलवाने का अनुरोध किया, जिस पर रेहाना रियाज ने कॉलेज शिक्षा आयुक्त शुचि त्यागी से दूरभाष पर इस बारे में चर्चा की और विज्ञान संकाय खोलने की जरूरत जाहिर की। महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज ने इस मौके पर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक उल्लेखनीय बजट के बाद सरकारी चिकित्सालयों में पंजीकरण शुल्क सहित समस्त प्रकार की जांच फ्री किए का फैसला किया है, जो अपने आप में अद्भुत है। उन्होेंने चिरंजीवी योजना में निजी अस्पतालों में इलाज की सीमा 10 लाख रुपए किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि जिस प्रकार कोई पिता अपने बच्चों की देखभाल और पालन-पोषण करता है, वैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान की जनता को अपना परिवार मानकर संवेदनशीलता से हर वर्ग के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं।
इस दौरान मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ महेश मोहन पुकार, डॉ महेश शर्मा, नरेंद्र सैनी, रतन लाल जांगिड़, सुबोध मासूम, डॉ बीके चौधरी, रामनिवास सहारण, रामदेव बेरवाल, महेश मिश्रा, सुनीता बाकोलिया, शेर खान मलकाण, मुबारिक भाटी, अब्बास खां मोयल, शराकत अली रतननगर, हसन रियाज चिश्ती आदि मौजूद थे।