नवलगढ़, यमुना जल हमारा हक आंदोलन समिति के तत्वाधान में शनिवार को बिरोल गांव से आंदोलन को शुरू किया गया। यह आंदोलन गांव में जाकर के नुक्कड़ सभाएं व किसानों को जागृत करने का कार्य कर रहे हैं। समिति के नवलगढ़ अध्यक्ष राजेश कटेवा ने बताया कि नवलगढ़ क्षेत्र में सीमेंट प्लांट लगने की वजह से यहां का जलस्तर कम होता जा रहा है। इस जल स्तर और किसानों के पानी के लिए नवलगढ़ क्षेत्र में नहर का प्रयास किया जा रहा है जिससे किसानों को फायदा मिल सके। नवलगढ़ के स्थानीय प्रतिनिधि पर भी आरोप लगाते हुए बताया कि पिछले वर्षों से यहां का प्रतिनिधि नहर का पानी लाना भूल गया। नवलगढ़ में आतंक और जोहड़ सहित अन्य पर कब्जा करने में लगा हुआ है। समय रहते यहां का किसान जल के अभाव में अनेक प्रकार की कमी महसूस करेगा आने वाला समय पानी की वजह से शुष्क घोषित हो सकता है।राजेश कटेवा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने शेखावाटी में नहर के पानी लाने में असफल रही| नहर के पानी के लिए जो समझोता हुआ था उस समझोता का कुछ समय ओर रहा है|लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार यह नहीं चाह रही है कि शेखावाटी में यमुना नहर का पानी मिलें | यात्रा के दुसरे दिन बिरोल, बाय, कोलसिया,बड़वासी,कारी,जाखल,बुगाला, राणासर,तोगड़ा, देवगांव नुआ, सौंथली, ढ़िगाल सहित कई गांवों में जनसंपर्क किया ओर नुक्कड़ सभाएं की| इस यात्रा में यात्रा संयोजक चौधरी सहीराम एडवोकेट, पूर्व सरपंच सुभाष दूत, दयाराम चेयरमैन,रामलाल शर्मा, ओमप्रकाश महला, बजरंग लाल बैरवाल, बनवारी लाल कल्याण,दलीप दूत, महावीर प्रसाद कांसुजिया ,झाबर सिंह दूत, शीशराम नेहरा, गंगाधर दूत, मालीराम गाड़ोदिया, मामराज खेदड़, जयप्रकाश बांगड़वा, भागीरथ सिंह डुडी, मंगलचंद कालेर, सुभाष दूत, विजेंद्र गोदारा, बीरबल कालेर, सुरेश नेचू, मुलचंद डुडी सहित अन्य किसान मौजूद थे।