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पीरामल फाउंडेशन का नवाचार
झुंझुनू, पीरामल फाउंडेशन भविष्य के लिए शिक्षा को फिर से नया आकार देने के लिए हमेशा नवाचार करने में अग्रणी रहता लिए करता है , ताकि हर बच्चा, पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना, जीवन के उन अवसरों का लाभ उठा सके, जिसके वह हकदार हैं । इसी कड़ी में अब पीरामल फाउंडेशन के फैलोशिप करने वाले अभ्यर्थी अपने आने वाले १५ दिन समुदाय में रह कर समुदाय की जीवनशैली को आत्मसात करेंगे जिससे वह न सिर्फ समुदाय की जीवनशैली को अनुभव कर पाएंगे साथ ही उन सभी चुनौतियों को भी समझ पाएंगे जो कि एक ग्रामीण अपने आम जीवन में अनुभव करता है। पीरामल फाउंडेशन के गजेन्द्र सिंह ने बताया की गांधी फैलोशिप कार्यक्रम के दो साल की अवधि के दौरान देश के विभिन्न राज्यों से आयें युवाओं को ना सिर्फ शिक्षा विभाग के साथ विद्यालयों में विद्यार्थियों, शिक्षकों व पीईईओ के साथ विभिन्न शिक्षा विधाओं, नेतृत्व क्षमता इत्यादि पर कार्य करना होता है अपितु समुदाय के मध्य रह कर, समुदाय की जीवनशैली को भी जीना होता है। यह अनुभव उन्हें न सिर्फ शहरी सुख सुविधाओं के जीवन से इतर देश के ग्रामीण जीवन की वास्तविकताओं का अनुभव करवाते हैं साथ ही उन्हें भी अपने जीवन में चुनौतियों का सामना करने हेतु तैयार करते हैं। इस कार्यक्रम के तहत सभी युवा अपने लिए समुदाय में अपने परिवार से दूर एक परिवार ढूंढते हैं। कार्यक्रम के दौरान अपने सामुदायिक परिवार के साथ ही रहना होता है व उस परिवार के दैनिक कार्यों में मदद करनी होती है इसी के एवज में समुदाय उन्हें अपने परिवार के सदस्य की तरह अपनाता है व भोजन व रहने के लिए स्थान प्रदान करता है। युवा समुदाय में रह कर समुदाय की जरूरतों को समझकर अपने प्रोजेक्ट डिज़ाइन करेंगे यह प्रोजेक्ट शिक्षा, स्वास्थ्य,आजीविका, स्वछता एवं पर्यावरण जैसे ज्वलंत मुद्दों के इर्दगिर्द होंगे जिसमे यह फैलो समस्या की पहचान से लेकर उसके समाधान हेतु ग्रामीण युवाओं, महिलाओं आदि के साथ मिलकर उस समस्या के समाधान के सभी उपलब्ध उपायों को ढूँढने का प्रयास करेंगे। यह अनुभव निश्चित तौर पर न सिर्फ समुदाय की मदद करने, फैलो के स्वयं के विकास करने के साथ साथ युवाओं को भविष्य हेतु तैयार करने में मदद करेगा साथ ही जब आगे चल कर यही युवा सही अर्थों में अपने देश की वास्तविकता से रूबरू होकर ग्रामीण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर पाएंगे साथ ही विलासिता व सुविधाओं युक्त जीवन से इतर विवेकपूर्ण व सतत विकास के साथ जीवन जीना सीख पाएंगे। वर्तमान में झुंझुनू जिले के ८ ब्लॉक में १६युवा इस कार्यक्रम का हिस्सा है जिसमे देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए फैलो भाग ले रहे है।