दबंगों द्वारा
सरदारशहर, तहसील के गांव जैतसीसर में शादी समारोह में आए हुए एक दलित युवक को गांव के कुछ दबंगों द्वारा युवक को रस्सी से बांधकर मारपीट कर युवक को गर्म सरियों से दागने का मामला सामने आया है। भानीपुरा थाने में युवक की मां विनोददेवी पत्नी किशनलाल मेघवाल निवासी पांडूसर तहसील नोहर ने रिपोर्ट करायी। जिसमें बताया कि वह अपने पीहर जैतसीसर अपने भाई ओमप्रकाश पुत्र रामचंद्र मेघवाल के यहां शादी में शामिल होने अपने पुत्र अशोक के साथ आई थी। भाई लालचंद जैतसीसर की रोही में ढाणी बनाकर रहता है। मैं और मेरा पुत्र अशोक शादी में शामिल होने आए हुए थे। घर में शादी होने के कारण घर के पुरुष सदस्य सभी कल्याणपुरा बरात में गए हुए थे। मेरा पुत्र अशोक 17 मार्च को गांव जैतसीसर सब्जी लाने गया हुआ था। जैतसीसर से वापस आते समय सायं 5 बजे एक ईंट भट्टा के पास पहुंचा तो दौलाराम, भागाराम पुत्र चिमनाराम, रमेश, छगनलाल, महेंद्र पुत्र भागाराम, प्रकाश पुत्र मांगूराम, भूपराम पुत्र भागूराम, श्यामलाल पुत्र सेवगराम निवासी जैतसीसर ने एक राय होकर मेरे पुत्र को बीच रास्ते में रोककर मारपीट की। ईंट से सर पर चोट मारी और गले में रस्सी डालकर दौलाराम के घर के आगे घसीटते हुए लाए और खेजड़ी से बांधकर मारपीट करने लगे। तभी अमराराम पुत्र भैराराम मेघवाल ने उक्त लोगों को दकालते हुए कहा कि इसे क्यों बांध रखा है और मारपीट क्यों कर रहे हो। लेकिन दंबगों ने मेरे पुत्र के साथ मारपीट करना नहीं रोका तो अमराराम ने मेरे देवर राजेन्द्र को फोनकर बताया कि आपके लडके को यह लोग गले में रस्सी डालकर खेतों से घसीट कर लाए और मारपीट कर रहे हैं। इसकी सूचना पर मैं और मेरी बहन शांति व झीमा मौके पर पहुंची तो मेरे पुत्र को खेजड़ी से बांध रखा था। उस वक्त मेरे को देखते ही छगनलाल गर्म सरिया लेकर आया और मेरे पुत्र के शरीर पर गर्म सरिए से दाग लगाने शुरू कर दिए। हमने बीच-बचाव किया तो हमारे साथ भी धक्का-मुक्की की और कहा कि बीच में आए तो सबको खत्म कर देंगे। उसी समय रूपाराम पुत्र कालूराम भी आ गया तो हम सब ने बीच-बचाव कर मेरे पुत्र को उक्त लोगों से छुड़ाकर राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर मेरे बेटे को चूरू रैफर कर दिया गया। चूरू अस्पताल में मेरे बेटे का इलाज चल रहा है। भानीपुरा पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।