झुंझुनू, श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी में नेचुरोपैथी एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन थीम पर आधारित 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. जितेंद्र स्वामी वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा थे विशिष्ट अतिथि डॉ.नितेश सैनी प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी झुंझुनू तथा डा. कुलदीप तोतवानी एसोसिएट प्रोफेसर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेजेटी के प्रेजिडेंट डॉ. देवेंद्र सिंह ढुल ने की। इस अवसर पर सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के आगे दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया इसके बाद मुख्य अतिथि डॉ. जितेंद्र स्वामी ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा का अवसर कैसे मिले तथा विद्यार्थी अध्ययन कैसे करें इस बिंदु पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए निरंतर बहुत जरूरी है इस पद्धति का भविष्य बहुत ही सुनहरा है। आयुर्वेद आने वाले समय में आम आदमी के लिए लाभदायक होगा क्योंकि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए भी करोड़ों लोगों ने आयुर्वेद का सहारा लेते हुए अपनी जान बचाई। सेमिनार में डा. नितेश सैनी एवं डॉ. कुलदीप तोतवानी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए चुंबकीय चिकित्सा, एक्यूप्रेशर एक्यूपंक्चर, पंचकर्म , आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम संयोजक डॉ. उज्जवल चौधरी सहसंयोजक डॉ. प्रियंका जांगिड़ ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी कार्यशाला का संचालन डॉ.जया ने किया इस अवसर पर डॉ. संजीव डॉ. सुषमा मौर्य डॉ.प्रगति डॉ. विकास देवठिया नवीन भावना उमेश सहित विद्यार्थी मौजूद थे।