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3 दम्पत्तियां जो दो साल से अलग रह रही थी उनका दाम्पत्य जीवन पुनः शुरू हुआ

राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से

राष्ट्रीय लोक अदालत में 11 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें कुल राशि 24939 रूपये के अवाॅर्ड पारित किया

मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण के कुल 89 प्रकरण निस्तारित किये

सीकर, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डाॅ राजेन्द्र सिह चैधरी के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर के तत्वावधान में शनिवार को ताल्लुका विधिक सेवा समितियों रींगस, नीमकाथाना, दांतारामगढ़, श्रीमाधोपुर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़ तथा सीकर न्याय क्षेत्रा के न्यायालयों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 34 बैंचांे का गठन कर सभी प्रकार के राजीनामा योग्य आपराधिक मामलें, सिविल प्रकृति के मामलें, पारिवारिक मामले, चैक अनादरण प्रकरण, बैकों के ऋण वसूली मामलें, राजस्व से सबंधित मामले, प्री-लिटिगेशन के मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 2901 प्रकरणों का निस्तारण किया गया एवं राशि 120683483 रूपए के अवार्ड पारित किये गये। इस अवसर के शुभारंभ पर जिला व सैशन न्यायाधीश व अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर डाॅ. राजेन्द्र चैधरी ने मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्जवलित कर किया। अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीकर ने लोक अदालत का महत्व समझाते हुए राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकाधिक प्रकरण के निस्तारण से समय, धन की बचत होने व आपसी सौहाद्र बना रहने से निस्तारित करने की अपील की एवं अधिकाधिक मामले राजीनामे से निस्तारित करने की बात कही। जिला एवं सेशन न्यायाधीश डाॅ. राजेन्द्र सिह चैधरी द्वारा प्री-लिटिगेशन बैंच के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए कुल 11 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें कुल राशि 24939 रूपये के अवाॅर्ड पारित किये गये। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार लोक अदालत में इस बार 02 राजस्व बेंचों का गठन किया गया। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीकर धर्मराज मीणा ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों तक न्याय पहुंचाना है। राष्ट्रीय लोक अदालत न्यायपालिका का पर्व है, राष्ट्रीय लोक अदालत में आने वाले पक्षकारों को संबंधित न्यायालय तक पहुंचने में सहायता करने के लिए पूछताछ एवं सहायता केन्द्र की स्थापना भी की गई तथा इस लोक अदालत में लाॅ विद्यार्थियों ने न्यायालय की प्रक्रिया को समझने के लिए बढचढ कर भाग लिया। लोक अदालत बैंच के अभूतपूर्व सहयोग से सीकर न्याय क्षेत्रा के प्री लिटिगेशन एवं न्यायालयों में लम्बित हजारों प्रकरणों की सुनवाई की जाकर राजीनामें के माध्यम से प्रकरणों का निस्तारण किया गया। पारिवारिक न्यायालय, सीकर द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में कई महत्वपूर्ण प्रकरणों में राजीनामा के प्रयास किये गये। जिनमें धारा 9 एचएमए एवं धारा 125 सीआरपीसी के अन्तर्गत आने वाले प्रकरणों में 03 दम्पत्तियां दो साल से अलग रह रही थी। न्यायालय के प्रयासों एवं राष्ट्रीय लोक अदालत बैंच अध्यक्ष व सदस्यांे की समझाइश द्वारा दम्पत्तियों के मध्य सुलह के प्रयास किये गये। राजीनामें के लिए किए गए सम्यक प्रयासों के फलस्वरूप पक्षकारों, दम्पत्तियों ने फिर से साथ रह कर अपना दाम्पत्य जीवन पुनः शुरू करने के लिए रजामंदी दी। बैंच सदस्यांे ने उनके एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण के कुल 89 प्रकरण निस्तारित किए गए एवं कुल राशि 56572000 रूपए के अवार्ड पारित किए गए। लोक अदालत के माध्यम से शीघ्र एवं सुलभ न्याय उपलब्ध करवाना ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का ध्येय है।

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