4 छात्रों को मोल्दोवा, यूरोप की एग्रीकल्चर स्टेट यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप के लिए चुना
बीएसडीयू के
जयपुर, भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी के 4 छात्रों को मोल्दोवा, यूरोप की एग्रीकल्चर स्टेट यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप के लिए चुना गया है। ये छात्र बीएसडीयू में स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल से हैं। इन छात्रों के लिए बीएसडीयू में सर्टिफिकेशन का समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में बीएसडीयू के प्रो चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीत सिंह पाब्ला, बीएसडीयू के कुलपति डॉ. अचिन्त्य चैधरी और स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल डॉ. रवि गोयल मौजूद रहे। मोल्दोवा यूनिवर्सिटी में उनकी इंटर्नशिप 1 मार्च से शुरू होकर 31 मई 2020 तक चलेगी जहां छात्र मोल्दोवा में काम करने की तकनीक सीखेंगे। छात्र मोल्दोवा में अपना कोई कारोबार शुरू करने के बारे में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया की जानकारी भी हासिल करेंगे। बीएसडीयू के प्रो चांसलर डॉ. (ब्रिगेडियर) सुरजीत सिंह पाब्ला ने कहा, ‘‘बीएसडीयू के छात्रों को इस अवसर से बेहद लाभ होगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय आधुनिक व्यवसायों की तकनीकों के बारे में और अधिक सीखने का मौका मिलेगा, जो उनके कॅरियर के लिए महत्वपूर्ण होगा। विश्वविद्यालय में उन्हें प्रशिक्षित करने के अलावा, हम उन्हें अपने फील्ड का अनुभव प्राप्त करने के लिए उद्योग में भी भेजते हैं, इसी सिलसिले में हमारे छात्रों को मोल्दोवा, यूरोप के एग्रीकल्चर स्टेट यूनिवर्सिटी में एक समान अनुभव मिलेगा। बीएसडीयू ने मोल्दोवा की एग्रीकल्चर स्टेट यूनिवर्सिटी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत, व्यवसाय प्रशासन विभाग के साथ, दोनों विश्वविद्यालय छात्रों के आदान-प्रदान और इंटर्नशिप कार्यक्रमों के साथ-साथ स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के स्टाफ मेंबर्स के लिए अनुसंधान, विकास और नवाचार कार्यक्रमों के लिए अपने दरवाजे खोलेंगे। बीएसडीयू के कुलपति डॉ अचिंत्य चैधरी ने कहा, “हमारे छात्रों को मोल्दोवा की शिक्षा प्रणाली और वहां इस्तेमाल की जा रही प्रशिक्षण शैली के बारे में जानने को मिलेगा। यह हमारे विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक शानदार मौका है कि वे एक्सपोजर प्राप्त करें और पेशेवर दुनिया में प्रवेश करने के लिए खुद को तैयार करें। हमारे छात्र सीखेंगे कि विभिन्न तकनीकों के साथ कैसे काम करें और यहाँ प्राप्त प्रशिक्षण का उपयोग कैसे किया जाए। इसके अलावा, हमारे छात्र व्यवसाय खोलने और चलाने के दौरान अपनाई जाने वाली विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में भी जानेंगे।‘‘स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल डॉ. रवि गोयल ने कहा, हमारे छात्रों को अंतरराष्ट्रीय परिवेश के संपर्क में आने और औद्योगिक यात्राओं के साथ नई और विभिन्न आधुनिक व्यावसायिक तकनीकों का ज्ञान प्राप्त करने से काफी लाभ होगा। यह सैद्धांतिक ज्ञान और वास्तविक जीवन के अनुभव के बीच के फासले को पाटने में मदद करेगा और उन्हें कॉर्पोरेट दुनिया में प्रवेश करने के लिए तैयार करने के साथ-साथ यह अनुभव भी कराएगा कि किसी भी इंडस्ट्री को कैसे संचालित किया जाता है।