झुंझुनूं, झुंझुनूं के जिला एवं सेंशन न्यायाधीश देवेन्द्र दीक्षित का सवाईमाधोपुर में इसी पद पर स्थानान्तरण होने पर शनिवार को स्थानीय सामुदायिक विकास भवन में अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सेंशन जज दीक्षित का कार्यकाल सत्यम-शिवम्-सुंदरम का रहा है। उनका मृदु व्यवहार एवं न्यायप्रियता से आमजन का न्याय के प्रति और भी विश्वास बढ़ा है। वक्ताओं में प्रमुख रूप से वकील बिरजू सिंह शेखावत, महेशचंद्र शर्मा एवं सुभाष पूनियां थे। इस अवसर पर जिला सेंशन न्यायाधीश दीक्षित ने कहा कि उनका कार्यकाल झुंझुनूं में करीब दो वर्षो का रहा है लेकिन बहुत ही सौहार्द पूर्ण रूप से उन्होंने कार्य किया है जिसमें झुुंझुनूं अभिभाषक संस्था के वकीलो का जितना सहयोग एवं वकीलो ने त्वरीत न्याय की अवधारणा के तहत कार्य किया है, वह प्रशंसनिय है। उन्होंने कहा कि बार और बैंच एक सिक्के के दो पहलू है किन्तु निश्चित रूप से झुंझुनूं बार के सदस्यों ने एक अमिठ छाप छोड़ी है अथवा यू कहे कि झुंझुनूं की बार एक बेस्ट बार है तो कोई अतिश्चोक्ति नही होगी। इस अवसर पर आरंभ में सेंशन जज दीक्षित को साफा, माला, श्रीफल, शॉल व मोमेन्टों अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह, सचिव अमरपाल भीमसरिया, सह सचिव नागेश, कोषाध्यक्ष धर्मवीर मीणा ने भेंट किया तो दीक्षित की पत्नी को भी को भी बुके, शॉल, श्रीफल किरण बियाला, टीना चौरासिया, बिलाल कुरैशी, द्धारका प्रसाद व अजय स्वामी ने भेंट किया। इस अवसर पर कार्यकारिणी सदस्य महेन्द्र कुमावत, रामावतार जाखड़, अशोक बेरवाल, बंशीधर नारनोलिया, मुकेश विशिष्ठ, कपिल पायल ने भी सेंशन जज दीक्षित का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर पोक्सो न्यायालय के जज इसरार खोखर, एससी, एसटी जज सरीता नौसाद, एडीजे प्रथम सीमा ढ़ाका, एडीजे द्वितीय आशिष कुमावत, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विपिन विश्रोई, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ऋितिका चौहान, एजेएम आकाश कुमार व बाल न्यायालय की प्रिसिंपल सेके्रट्री मजिस्ट्रेट स्वाती पारिक भी उपस्थित थी। स्वाती पारिक का भी स्थानान्तरण होने पर उनका भी स्वागत किया गया। समारोह का संचालन जहिर मोहम्मद फारूकी ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अभिभाषक संस्था झुंझुनूं के वकील उपस्थित थे। अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह ने आभार व्यक्त किया।