रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने पर रतनगढ़ के टाउन हॉल में क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम के सान्निध्य में षष्टीपूर्ति समापन कार्यक्रम व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव भव्य समारोह पूर्वक मनाया गया। क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में विश्व हिन्दू परिषद वही कार्य कर रहा है जो प्रभु श्री कृष्ण ने द्वापर युग में किया है। राम मंदिर निर्माण संकल्प की पूर्णता से लेकर, लव जिहाद, धर्मांतरण, जातिवाद, गौ हत्या, आदि विभिन्न चिंताजनक विषयों पर विश्व हिन्दू परिषद सनातन परिवार की ढाल बनकर और संपूर्ण विश्व के कल्याण की कामना के साथ हिन्दुत्व के उत्थान और संरक्षण के लिए कटिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है । मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए उन्होंने सम्पूर्ण हिन्दू समाज से एकता और समरसता के साथ नियमित मन्दिरों में आरती के समय एकत्र होने तथा मासिक रूप से क्षेत्र में धार्मिक व सामाजिक विषयों पर चिंतन करने की प्रवृत्ति अपनाने का आग्रह किया। दादू दुवारा के महंत देवदास तथा फक्कड़ नाथ जी की बगीची के संत इन्द्रनाथ ने विश्व हिन्दू परिषद के कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि शास्त्रों में धर्म संरक्षण और स्थापना के जो कार्य साधुओं व समाज में प्रबुद्ध जनों के लिए निर्धारित किए गए हैं वे कार्य वर्तमान में विश्व हिन्दू परिषद कर रहा है। संत समाज को भी मठ मन्दिरों से बाहर निकल कर समाज को एकजुट करने में विश्व हिन्दू परिषद की मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस आयोजन में रतनगढ़ के विभिन्न समाजों और संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले अनेकों विशिष्ट अतिथि मंचस्थ थे। मंचस्थ अतिथियों के प्रतिनिधि के रूप में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए वासुदेव चाकलाण ने परिषद के क्रिया कलापों की सराहना करते हुए तन मन धन से सहयोग करने तथा हर परिस्थितियों में साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में रतनगढ़ के सर्व सनातन समाज के समस्त नागरिकों को जन्माष्टमी के भोजन प्रसाद हेतु आमंत्रित किया गया था। विश्व हिन्दू परिषद के इस गौरवशाली मंच पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम, महंत देवदास, इन्द्रनाथ महाराज, जिला अध्यक्ष सुभाष पारीक, सत्यनारायण सेवदा, महावीर महर्षि, बजरंग लाल प्रजापत, राजेश सुंदरिया, प्रेम तूनवाल, सज्जन लाल बैद, करणी सिंह राजियासर, गिरधारी लाल बाजोरिया, महेंद्र कुमार गार्ड, शुभकरण चांवरिया, लक्ष्मी देवी मंडार, अजय गार्गी सारस्वत, मदन लाल कम्मा, जयकांत बींवाल, जय प्रकाश ताम्रायत, छीतरमल गाड़गिल, रामरतन प्रजापत, महावीर प्रसाद रामावत, बद्री प्रसाद बणसिया, मुरारीलाल पारीक, हरिराम कड़ेल, अशोक बाजोरिया, सत्यनारायण हर्षवाल, संदीप सांसी, रमेश मोयल, सीताराम जांगिड़, नारायण दाधीच, तेजपाल गुर्जर, कैलाश पारीक, गजेंद्र धर्ड़, राकेश जाजू, वासुदेव चाकलाण, गजानंद दाधीच आदि मंचस्थ अतिथि रहे। देर रात्रि तक चले इस कार्यक्रम में नगर के सर्व समाज से सैकड़ों गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महेश तिवाड़ी ने किया। देर रात्रि तक चले इस आयोजन में विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता व नगर के प्रबुद्ध नागरिक उर्मिला जांगिड़, रामदेव चंदनिया, सुरेश मुरारका, गोपाल कृष्ण शर्मा गोप जी, उम्मेद मिश्रा, दिनेश लाहोटी, कृष्ण कुमार रामावत, राजेश रिणवा, पंकज मिश्रा,महेश जोशी, कृपाशंकर स्वामी, अमित हरित, ओम मनोहर स्वामी, राजेन्द्र प्रसाद चांदगोठिया, सुरेन्द्र चुलेट, पवन पीपलवा, मनीष चीनिया, मुरली प्रजापत, स्वाति सैनी, पवन महर्षि, भंवरलाल टेलर, सुभाष शर्मा, सुरेश घारू, आदि कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का स्वागत सत्कार करते नजर आए।