सपेरा जाति के लोगों ने उत्साह से किया सर्प नृत्य
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] शहर में आरक्षण के वर्गीकरण के समर्थन में गुरुवार दोपहर रैली निकाली गई। आरक्षण के कोटे के समर्थन में शुरू हुई रैली इंद्रमणि पार्क से शास्त्री मार्केट और रेलवे स्टेशन होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंची। कलेक्ट्रेट के सामने रैली आमसभा में परिवर्तित हो गई। रैली में धानका, वाल्मीकि, सांसी, नायक और सपेरा आदि वंचित वर्ग के लोगों ने भागीदारी निभाई। सपेरा जाति के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का समर्थन करते हुए रैली के दौरान सपेरा नृत्य भी किया।रैली में शामिल लोगों ने बताया कि अनुसूचित जाति अमीर और गरीब दो भागों में विभाजित हो गई थी। वंचित वर्ग गरीब होता जा रहा था, लेकिन एक अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वंचित वर्ग में काफी उत्साह है। आजादी के 78 वर्ष तक चार-पांच जाति के लोग आरक्षण का लाभ प्राप्त कर वंचित खटीक, धानक, नायक, सांसी, बाल्मीकि सपेरा, गवारिया और भोपा सहित 53 जातियां आरक्षण से वंचित हैं। इनको आरक्षण का हक बराबर मात्रा में नहीं मिला है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने राज्य सरकारों को वंचित जातियों को आरक्षण का लाभ देने का और वर्गीकरण कोटा में कोटे पर फैसला दिया है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के समर्थन और राजस्थान सरकार से वर्गीकरण करने की मांग को लेकर चूरू में वंचित जातियों की विशाल रैली निकाली गई। रैली में भाजपा एएसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम लुगरिया, एससी आयोग अध्यक्ष राजेन्द्र नायक और गंगाधर लाखन सहित कई लोग मौजूद रहे।