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जल संरक्षण युग की मांग – वाटर मैन ऑफ़ इंडिया डॉ राजेंद्र सिंह

रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] स्थानीय राजकीय जालान महाविद्यालय रतनगढ़ में नो वेस्ट वाटर डे की थीम के अंतर्गत व्याख्यान माला का आयोजन जल पुरुष डॉक्टर राजेंद्र सिंह के मुख्य आथित्य में हुआ। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में राजेंद्र सिंह बिदावत जलदाय विभाग रहे। प्रो कल्याण सिंह चारण ने बताया की 2019 में डॉक्टर सुशील त्यागी के मार्गदर्शन में, शुरू हुए नो वेस्ट वाटर डे की थीम पर जल संरक्षण उपयोग एवं महत्व को समर्पित, इस कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती के समक्ष दीप पर प्रज्वलन से हुआ। वाटर मैन के नाम से विख्यात मैग्सेसे अवार्डी, डॉक्टर राजेंद्र सिंह ने बताया कि वह डॉक्टर की नौकरी छोड़कर इस क्षेत्र में आए, और अलवर को अपनी कर्मस्थली बनाया ।स्थानीय लोगों के सहयोग से उस क्षेत्र को जल अभाव से मुक्त कर जल से खुशी लाने का काम उन्होंने किया। नो वेस्ट वाटर डे प्रोग्राम के इन्नोवेटर तथा कार्यक्रम के संयोजक डॉ सुशील त्यागी ने बताया कि, डॉक्टर सिंह ने विद्यार्थियों को पानी से प्यार करने का आह्वान किया। डॉक्टर सिंह ने कहा कि आज धरती मां को बुखार हो गया है, उसका बिगड़ा स्वास्थ्य चिंताजनक है ।आज की पीढ़ी को चाहिए कि वह बिगड़ते पर्यावरण संतुलन को बचाकर उन्हें उसे जल युक्त हरियाली युक्त और प्रदूषण मुक्त करें। भारत एवं राजस्थान की जल नीति हेतु आप द्वारा किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए डॉक्टर सिंह ने कहा कि, व्यक्ति यदि ठान लें तो कोई भी चीज असंभव नहीं होती। डॉ सिंह ने जल संरक्षण की विद्यार्थियों को शपथ दिलाई, तथा जल संरक्षण की शपथ पर हस्ताक्षर भी किये। डॉ त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ सिंह द्वारा फीता काटकर उद्घाटन कर हुआ , तत्पश्चात सरस्वती वंदना हुई एवं इसके बाद मुख्य अतिथि का माल्यार्पण, साफा पहनाकर शाल ओढ़ा कर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो कल्याण सिंह चारण ने की, उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्ध व्यक्तित्व को अपने बीच पाकर एवं सुनकर हम अभिभूत हैं। आपके द्वारा दिए गए संदेश को हम जन-जन तक पहुंचाएंगे और जल संरक्षण का प्रयास करेंगे। कार्यक्रम को डॉ के सी जोशी, राजेंद्र सिंह बिदावत एवं डॉ ए पी गुप्ता ने भी संबोधित किया। डॉ त्यागी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल है तो कल है, इसलिए जल का संरक्षण हर कीमत पर होना चाहिए। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने मुख्य वक्ता से प्रश्न भी किये एवं अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। कार्यक्रम में प्रो सौम्या वशिष्ठ ,डॉ धनराज पांडिया, प्रो परमेश्वर महर्षि, प्रो सुनील पूनिया, प्रो मनीषा, प्रो सलोनी ,डॉ श्यामसुंदर पारीक ,डॉ आशा कुमारी वर्मा, वीणा सुथार आदि उपस्थित रही। विद्यार्थियों से भरे खचाखच हाल में डॉ राजेंद्र सिंह ने जल की उपादेयता और जल संरक्षण के टिप्स देते हुए विद्यार्थियों को परिचर्चा में शामिल किया, और विद्यार्थियों से जल बचाने का वचन लिया। डॉ सुशील त्यागी ने कॉलेज द्वारा जल बचाओ महिम का पूरा ब्योरा प्रस्तुत किया, बताया कि अब तक स्वयं तथा अपने विद्यार्थियों के माध्यम से भारी तादाद में आम जन को जल बचाने के लिए जागरुक कर चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने अतिथि परिचय दिया तथा राजस्थान समाजशास्त्र परिषद के सचिव के रूप में राजस्थान समाजशास्त्र परिषद द्वारा प्रकाशित जनरल की प्रति भी डॉक्टर राजेंद्र सिंह को भेंट की। डॉ रेखा शर्मा ने सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर सुशील त्यागी एवं आरती प्रजापत ने किया।

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