सनातन संस्कृति की परंपरा और आस्था का अनुपम संगम है जल झूलनी एकादशी – दिनेश गोविंद शर्मा
अजीतगढ़, [विमल इंदौरिया ] शनिवार को अपराह्न बाद अजीतगढ़ नगर में सभी मंदिरों के ठाकुर जी को संतो,महंतो, मंदिर पुजारियों एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के सानिध्य में प्राचीन गुंसाई बावड़ी पर जल विहार करवाकर भक्तों ने दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। द्वापर युग में जन्माष्टमी के अठारहवे दिन माता यशोदा ने कूप पूजन किया था।इसी कड़ी में डोल एकादशी को सृष्टि के पालनहार भगवान नारायण के सोलह कला अवतारी श्रीकृष्ण को जल विहार करवाकर जगत के कल्याण की कामना की जाती है। नीम का थाना विप्र सेना के कार्यकारी जिला अध्यक्ष दिनेश गोविंद शर्मा ने कहा कि जल झूलनी एकादशी सनातन संस्कृति और आस्था का अनुपम संगम है। मानव को ईश्वर स्मरण से जीवन जीने की सार्थकता को बल मिलता है।
भजन गायकों ने मनमोहक प्रस्तुति देकर शमा बांधी।
इस अवसर पर ब्राह्मण समाज के रमाकांत शर्मा शास्त्री, महेश जोशी,मूल शंकर गोठवाल, बिहारी लाल भट्ट,मालीराम जोशी, हरि पुजारी, मनोज जोशी, नरेंद्र मिश्रा,जगदीश बावलिया,मुकेश पाराशर,जुगल किशोर जोशी, सुरेश स्वामी, दिलीप स्वामी, श्याम सुंदर शिखावल,घनश्याम जोशी,शिवदत्त भारद्वाज,मुन्ना पुजारी,मुकेश पुजारी, जीतू रामसेवक, हरि रसोइया,हीरा लाल भिंडा,महाजन समाज से शंकर लाल अग्रवाल, मुकेश आगीवाल हरि प्रसाद सिपुरिया,रमेश झाडलीवाले,पवन सिपुरिया,मुरारी फलोंड, रघुनंदन आगीवाल,विष्णु सेठी, सांवर मल टेलर,राम जीवन टेलर,गजानंद कांडा, रतन लाल कांडा,अनिल सोमानी,गोपाल सोमानी,दुर्गा प्रसाद कानूनगो,श्रवण लाल चेजारा, हरि गुवारिया, नागर हरिजन,बाबूलाल वर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।