
सामाजिक एकता एवं सौहार्द का प्रतीक बाय कस्बा
सीकर, [विजेंद्र सिंह दायमा] सीकर जिले के बाय कस्बे में होली फागोत्सव और धुलंडी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया।होली के दिन सुबह कस्बे वासियों द्वारा गाजे बाजे के साथ लक्ष्मीनाथ चौक से रवाना होकर होलिका दहन स्थल पर होली का डांडा रोपा गया। शाम को पंडित सुरेश मिश्रा द्वारा विधिवत पाठ पूजा कराकर होलिका दहन का किया।अगले दिन शुक्रवार को कस्बे में धुलंडी का त्यौहार मनाया गया।वार्ड नं 5 के निवासियों द्वारा होली मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। समारोह में वरिष्ठ नागरिकों को माला पहनाकर सम्मानित किया।सुमन वर्मा और नौरंग सहाय भारतीय ने बताया कि बाय कस्बे में सैकड़ों वर्षो से होलिका दहन का कार्यक्रम किया जाता आ रहा है। यह त्यौहार आपसी भाईचारे सौहार्द का त्यौहार है कस्बे के सभी लोग आपस में मिलजुल कर त्योहार मनाते हैं। वही धुलंडी के दिन कस्बे वासियों द्वारा चंग थाप की धुन पर खूब उत्साह के साथ नाचते गाते हुए त्योहार को मनाया। नव विवाहित युवतियों ने होलिका की पूजा के साथ अपने ससुराल में सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता गौरीशंकर दायमा,विनोद भारतीय,कैलाश दायमा,करण शर्मा,बिरदी चंद सोनी,सुरेंद्र दाधीच,मास्टर सुरेंद्र योगी,योगेश शर्मा,सुबोध जैन,भरत शर्मा, सत्यनारायण पाराशर,उमेश दाधीच, डीसी बागड़ी,महेंद्र दायमा, जेईएन सुरेंद्र दायमा,सोनू सेन, बबलु सोनी सहित कस्बे के गणमान्य लोग मौजूद रहे।