झुंझुनू स्थित आर एंड आर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में बेहोशी की स्थिति में मरीज सविता को लाया गया जहाँ पर स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ संगीता तेतरवाल ने मरीज की गहनता से जांच की । जांच के दौरान पता चला कि मरीज का ब्लड प्रेसर बहुत ज्यादा उच्च था । ब्लड प्रेशर अधिक होने के कारण मिर्गी के दौरे आ रहे थे और मरीज के मुंह से झाग निकल रहे थे , पेशाब में खून का रिसाव लगातार हो रहा था । बच्चे की धड़कन भी कम सुनाई दे रही थी। डॉ तेतरवाल ने सविता के ससुर सीताराम को सम्पूर्ण स्थित से अवगत करवा तुंरत प्रभाव से सीजीरियन डिलीवरी की सलाह दी। लेकिन चूंकि मरीज को लगातार मिर्गी के दौरे पढ़ रहे थे । उसे स्पाइनल एनेस्थीसिया देना भी संभव नही था। अतः माँ को पूरी बेहोश करके उसका आपरेशन करना पड़ा पर इससे बच्चे की धड़कन और भी कम होने व उसके मृत प्रॉय होने की आशंका बढ़ जाती है। लेकिन आर एंड आर हॉस्पिटल की ओ टी टीम व डॉ संगीता तेतरवाल ने इतनी फुर्ती व कुशलता से ऑपेरशन किया कि बच्चा जीवित पैदा हुआ । हालांकि उसे साँस लेने में दिक्कत हो रही थी। बच्चे को डॉ मोनिका गुलिया के निरीक्षण में शिशु गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया। मरीज सविता को वेंटिलेटर पर रखा गया । पूर्ण सावधानी व ईलाज से अब जच्चा बच्चा पूर्णतः सुरक्षित है। सविता और उसके परिवार ने डॉ संगीता तेतरवाल, डॉ मोनिका गुलिया, मनीष सैनी सहित सम्पूर्ण टीम का धन्यवाद दिया।