राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित
उदयपुरवाटी अंचल को हरियाली से परिपूरित करने के लिए समर्पित राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित डॉ हरिसिंह गोदारा कई वर्षों से सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं। उदयपुरवाटी अंचल को प्राकृतिक रुप से सुंदर व सुदृढ करने को लेकर डा गोदारा ने हरा भरा उदयपुरवाटी का मिशन लेकर समर्पित भाव से गांव गांव में जल, जंगल,जमीन के संरक्षण को लेकर व्यापक जन अभियान शुरु कर रखा है। अपने जन्मदिन पर 2100 पौधो का रोपण व सरंक्षण कर पिछले साल उन्होंने सात दिन तक अनूठा कार्यक्रम भी चलाया। डॉ हरिसिंह गोदारा ने केजीआई संस्थान के अध्यक्ष के रुप में विभिन्न गतिविधियों के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम भी हाथ में ले रखा है। गोदारा कहते है कि वृक्षारोपण आज के समय की आवश्यकता है। बढ़ते जल संकट व तापमान का समाधान केवल पौधारोपण से ही हो सकता है। गोदारा मानते है कि आगामी पचास साल बाद आने वाली पीढ़ी हमसे शुद्ध हवा जल,जमीन आदि विषयों पर सवाल करेगी। इन सवालों का जवाब सकारात्मक देने के लिए हमने हरा भरा उदयपुरवाटी अभियान हाथ में लिया है। आगामी पीढी हमारे से धन , साधन-सुविधा, सम्पति को लेकर प्रश्न नहीं पूछेगी, वह हमसे शुद्ध हवा, जल व जमीन पर सवाल करेगी। गोदारा मानसून में गांव गांव वृक्ष मित्र खड़े कर मठ- मन्दिर, गोशाला, श्मशान, चारागाहों पर व्यापक स्तर पर अभियान चलाते है। अभियान को लेकर अपना संस्थान व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्प से सिद्धी की टीम का साथ मिलता रहता है। पिछले वर्ष अपना संस्थान जयपुर द्वारा डॉ हरिसिंह गोदारा को अमृता देवी विश्नोई पुरस्कार से भी सम्मानित किया। डॉ गोदारा वृक्षारोपण अभियान में मातृ शक्ति की सहभागिता को लेकर जागरुकता के पक्षधर है। सिंगनोर में श्मशान घाट पर घर परिवार बहू बेटियों को लेकर व्यापक वृक्षारोपण अभियान शुरु किया था। अबकी बार भी मानसून में डॉ गोदारा के माध्यम से हरा भरा उदयपुरवाटी अभियान चलाया जाएगा। डॉ गोदारा को पर्यावरण संरक्षण के लिए भीम प्रज्ञा फाउंडेशन, अलायंस क्लब, समरसता मंच, आदि संस्थानें ने सम्मानित किया गया है। डॉ गोदारा अपने जन्मदिन,धर्मपत्नी की पुण्य तिथि , अन्य परिजनों के शादी विवाह समारोह, बच्चों के जन्म दिन आदि अवसरों पर भी पौधारोपण करते हैं, साथ ही मेधावी विद्यार्थियों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मान स्वरुप पौधे भेंट करते है।
इस अभियान में डा हरिसिंह गोदारा के साथ वीरम सिंह राठोड़, छात्र नेता धर्मेन्द्र , केजीआई की उपाध्यक्ष वेद कौर गोदारा, दिनेश सांखला आदि का भी सहयोग रहता है।