लाखों यात्रियों को मिलेगा लाभ
चूरू , सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल के प्रयासों से राज्य सरकार ने तालछापर अभयारण्य के बीच से होकर गुजरने वाले सुजानगढ-छापर को डि-नोटिफाई करने के आदेश दिए हैं। इस आदेश के बाद इस मार्ग को पुनः खोला जा सकेगा तथा इस मार्ग की मरम्मत की जा सकेगी। इससे सुजानगढ़-बीदासर-छापर स्थानीय क्षेत्र के साथ-साथ सालासर-मुकाम आने वाले देशभर के लाखों यात्रियों को इसका लाभ मिल सकेगा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्राी मेघवाल ने बताया कि सुजानगढ़-छापर को जोड़ने वाला यह नोखा-सीकर स्टेट हाईवे नंबर 20 उस समय से चल रहा था, जब से यह अभयारण्य भी घोषित नहीं हुआ था। उसके बाद के सारे नोटिफिकेशन में भी इस मार्ग को बरकरार रखा गया था। लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण 24 जनवरी 2018 को इस राज्य मार्ग के अलाइनमेंट में परिवर्तन का आदेश जारी कर दिया गया। जिसके कारण यह सुजानगढ़-छापर मार्ग बंद कर दिया गया था। वैकल्पिक मार्ग घुमावदार होने के कारण न केवल अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। अपितु सात खतरनाक मोड़ भी इस पर आ रहे हैं, जिनके कारण दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है। साथ ही तालछापर आने वाले पर्यटकों की संख्या भी कम हुई। इस पर उन्होंने राज्य सरकार स्तर पर अथक प्रयास किए और विभागीय उच्चाधिकारियों से मार्ग को खुलवाने के लिए लगातार बातचीत की। इस पर राज्य सरकार की ओर से इस मार्ग को डि-नोटिफाई करने का आदेश जारी किया गया गया, जिसके माध्यम से 24 जनवरी 2018 को इस मार्ग के अलाइनमेंट में परिवर्तन के आदेश को निरस्त कर दिया गया है।