करीब सवा साल से गलत खाते में जा रही पेंशन को भी किया सही
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं सकारात्मक प्रयासों से पात्र व्यक्ति को मिला विभागीय योजना का लाभ
चूरू, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर राज्य में कोरोना जैसी गंभीर महामारी से अनाथ हुए बालकों एवं पीड़ित परिवार को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना एवं कोविड एक्सग्रासिया जैसी योजना का लाभ आवेदक की गलती के कारण गलत खाते में जाने के बाद, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सक्रियता से सवा साल बाद वापस वास्तविक लाभार्थी तक पहुंचा है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला ने बताया कि मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना एवं कोविड एक्सग्रेसिया योजनाओं का संचालन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसमें मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजनान्तर्गत एक लाख रुपए, कोविड एक्सग्रेसिया के तहत पचास हजार रुपए का भुगतान, कोरोना से पति की मृत्यु के कारण विधवा महिला को रुपए 1500 रुपए प्रतिमाह एवं पीड़िता के बच्चों को पालनहार योजनान्तर्गत 1000 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाने का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि कोरोना की चपेट में आने से प्रदीप कुमार पुत्र सांवरमल भरतिया काल का ग्रास बन गए। कोरोना महामारी से प्रदीप कुमार की मृत्यु होने के कारण इनकी पत्नी संतोष देवी ने मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना एवं कोविड एक्सग्रेसिया योजनान्तर्गत आर्थिक संबल प्राप्त करने हेतु आवेदन किया। इस पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने 14 अक्टूबर 2021 भुगतान स्वीकृति आदेश जारी करते हुए संतोष देवी पत्नी स्व. प्रदीप कुमार को इस योजनान्तर्गत लाभान्वित किया। बाद में संतोष देवी ने बताया कि उनके खाते में कोई राशि प्राप्त नहीं हो रही है। जब यह प्रकरण सहायक निदेशक अरविंद कुमार ओला के संज्ञान में आया तो उन्होंने प्रकरण में सजगता एवं त्वरा के साथ संपूर्ण तथ्यों की जांच व्यक्तिगत रूप से रूचि लेते हुए निदेशालय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से करवाई। जांच में ज्ञात हुआ कि संतोष देवी के जन आधार से जुड़े बैंक खाते के आईएफएससी कोड सही नहीं होने के कारण इस राशि 1 लाख 75 हजार 500 रुपए का भुगतान ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से प्राप्त जन आधार डाटा के द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा, कल्याणपुर, जिला कानपुर (उत्तर प्रदेश) के किसी अकाउंट में चला गया।
सहायक निदेशक ओला ने शाखा प्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कल्याणपुर, जिला कानपुर को संपूर्ण तथ्यों से अवगत करवाकर तुरंत प्रभाव से इस बैंक खाते को फ्रीज करवाया व निरंतर पत्राचार करने के साथ ही इस बैंक को क्षतिपूर्ति बंध प्रेषित कर खाते में 03 नवम्बर 2021 से 12 दिसंबर 2022 तक कुल जमा हुई राशि 1 लाख 75 हजार 500 रुपए का डिमाण्ड ड्राफ्ट बैंक ऑफ बड़ौदा, कल्याणपुर, जिला कानपुर से प्राप्त कर पीड़ित परिवार को सौंपा एवं विभागीय योजना का लाभ दिलवाया। इससे पीड़िता एवं उनके बच्चों को आर्थिक संबल प्राप्त हुआ। गए हुए पैसे वापस आने पर पीड़ित परिवार ने विभाग की सजगता, संवेदनशीलता एवं किए गए प्रयासों की खूब प्रशंसा की।
ओला ने बताया कि विभागीय योजना का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को मिले, इस हेतु सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा निरंतर रूप से सक्षम स्तर पर एवं धरातल पर प्रयास किए जाते हैं। कोरोना महामारी का ग्रास बने प्रदीप कुमार की मृत्यु से परिवार को हुई क्षति को पूर्ण नहीं किया जा सकता तथा इस प्रकार की परिस्थिति उत्पन्न होने पर परिवार पर परेशानी एवं तनाव का भार अधिक बढ़ जाता है, परंतु राज्य सरकार की इस योजना से परिवार को आर्थिक संबल अवश्य प्राप्त होता है।