पत्रकारों के सवालो पर प्रभारी मंत्री झुंझुनू ममता भूपेश के आए यह जवाब
प्रेस वार्ता में प्रभारी मंत्री ममता भूपेश ने आधे घंटे तक दिया सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा
सर्किट हाउस में बजट की उपलब्धियां और विकास कार्यों को लेकर प्रेस वार्ता आयोजित
झुंझुनू, झुंझुनू जिले की प्रभारी मंत्री ममता भूपेश आज झुंझुनू दौरे पर रही। झुंझुनू के सर्किट हाउस में बजट की उपलब्धियों और विकास कार्यों को लेकर उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सरकार की उपलब्धियों पर पत्रकारों के समक्ष लगभग आधे घंटे तक अपना पक्ष रखा इसके बाद पत्रकारों द्वारा उनसे विभिन्न मुद्दों को लेकर सवाल जवाब किए गए। जब प्रभारी मंत्री से पूछा गया कि सरकार की योजनाएं धरातल पर नहीं उतर रही हैं उदाहरण के लिए आपके पैतृक गांव इस्लामपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग के संबंध में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है। इस पर उनका कहना था कि फेज वाइज पूरे राजस्थान में इन पर काम चल रहा है। जब उनसे कहा गया कि इसके लिए जमीन डोनेशन हो चुकी है। इस पर उनका कहना था कि जब जमीन डोनेशन हो चुकी है तो मैं उसको दिखा लूंगी और शीघ्र इसको पूरा करवाएंगे। यदि इसकी जमीन हो गई होगी तो हम इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करवाएंगे। वही महिलाओं को मोबाइल देने की महत्वकांक्षी योजना के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर अभी एक्सरसाइज चल रही है विदेशों में कई जगह लड़ाई चल रही है चाइना में समस्या है उसमें जो चिप लगती है उसके कारण समस्या आ रही है। वहीं जब उनसे पूछा गया कि झुंझुनू में प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय बनना था वह कहां बना है और कितना बड़ा बना है इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि उसकी समस्या आ रही है मुझे संज्ञान में है। मैं खेल मंत्री अशोक चांदना से इस बारे में बात कर इसको जल्दी ही इंप्लीमेंट करवाऊंगी। वही पेपर लीक के मामले पर जब उनसे सवाल किया गया कि इस मामले में कितने लोगों को सजा हुई है तो प्रभारी मंत्री का जवाब आया कि भाजपा के 5 साल के कार्यकाल में कुल 16 पेपर लीक हुए थे हमने परीक्षाओं को रद्द किया है जबकि बीजेपी ने उन लोगों को नौकरी दे दी। हम किसी भी बेरोजगार के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। पेपर लीक के मामले में ठोस कार्रवाई कर रहे हैं। वही आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल की समस्या को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि पेयजल को लेकर इस बजट में पैसा दिया है पूरे प्रदेश में 62000 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। 2015 के बाद से भारत सरकार की तरफ से एक पैसे की भी सहायता राजस्थान सरकार को नहीं दी गई है। प्रेस वार्ता के दौरान राजस्थान बंजर भूमि एवं गो विचरण विकास बोर्ड के सदस्य ताराचंद सैनी, प्रधान घासी राम, जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी, जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा सहित जिले के अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।