झुंझुनूं, जिले में रहने वाले अनुसूचित जाति एवं जनजाति के ऐसे बच्चें जो आर्थिक रूप से कमजोर है और कहीं बाहर जाकर तैयारी करना चाहते हैं उन बच्चों के लिए अंबेडकर भवन झुंझुनूं में आवाम महा स्कॉलरशिप टेस्ट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द प्रकाश कोचिंग सीकर के संचालक प्रकाश सर,परम सर,वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राकेश माहीच तथा गौरव सैनानी ओमप्रकाश भूरिया थे। प्रकाश सर ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चें जो अच्छी कोचिंग में रहकर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं उन बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवाम ग्रुप झुंझुनूं के आग्रह पर सीकर की ”द प्रकाश” कोचिंग की टीम ने आज शांतिपूर्ण स्कॉलरशिप परीक्षा आयोजित करवाई । परीक्षा परिणाम 25 मई को सभी परीक्षार्थियों को अंबेडकर भवन झुंझुनूं बुलाकर घोषित किया जाएगा। परिणाम के बाद बच्चों की मेरिट लिस्ट बनाकर के टॉप 10 बच्चों का चयन किया जाएगा। उन सभी बच्चों का एक वर्ष के लिए रहना,खाना,कोचिंग की तरफ से निशुल्क रहेगा जब तक वो सरकारी नौकरी में नहीं लग जाए। डॉक्टर राकेश माहीच तथा ओमप्रकाश भूरिया ने बच्चों को शिक्षा के महत्त्व को बताया तथा अनवरतरूप से तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। अनिल बेसरवाल व लेखराज उतरासर ने बताया कि आवाम के सदस्यों द्वारा सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक सभी परीक्षार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया गया तथा 11:00 बजे से पेपर शुरू किया गया। आज 183 परीक्षार्थियों ने अपना भाग्य आजमाया। सीताराम बास बुडाना व मदनलाल गुड़ेसर ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर अनुसूचित जाति एवम् जनजाति के जिन बच्चों के माता पिता नहीं है और परीक्षा में सम्मानजनक अंक प्राप्त करते हैं वो बच्चें भी द प्रकाश कोचिंग में निशुल्क पढ़ाई कर सकते हैं। पिछली बार आयोजित परीक्षा में टॉप चयनित 10 बच्चों का चयन कर सीकर भेजा गया था। उसमें से मोनिका मोई पुरानी व रीना शिशिया ने हाईकोर्ट एलडीसी तथा मोनिका खाजपुर पुराना व अनिता सीथल को वनपाल की परीक्षा पास करने पर द प्रकाश कोचिंग सीकर तथा आवाम ग्रुप द्वारा सम्मानित किया जाएगा। आज के कार्यक्रम में महेश जसरापुर, इंद्राज सिंह भूरिया,राजेश हरिपुरा,पवन सामरिया,बहादुर सिंह,उमेश बुडाना,रवि सिरोवा,प्रभातीलाल,सुरेश शिला, शिक्षा, संजू, अंशु, मनीषा, प्रियंका, कशिश, दमयंती,मुकेश, कांता,नीरज,नीतू फांडन सहित सैंकड़ों परीक्षार्थियों सहित ग्रुप के सदस्य उपस्थित रहे। मंच संचालन राजेश हरिपुरा ने किया।