जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने नगरपालिकाओं के अधिशाषी अधिकारियों से कहा है कि वे स्वरोजगार कार्यक्रम (एसईपी) में अधिक से अधिक लोगों के आवेदन पत्र प्राप्त कर उन्हें बैंकों से ऋण मुहैया करवाना सुनिश्चित करें ताकि वे अपना स्वरोजगार स्थापित कर सकें। वे सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन कार्यकारी समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने स्वरोजगार कार्यक्रम में नगरपालिका रामगढ़ शेखावाटी, लोसल, नीमकाथाना के ई.ओ. को और अधिक गति से कार्य करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि राष्ट्रीय आजिविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों का गठन कर वित्तीय साक्षरता कैम्प, कौशल प्रशिक्षण, बैंक लिंकेज का कार्य कर समूहों को सक्रिय किया जाए ताकि उन्हें रिवाल्वींग फण्ड जारी किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी गरीबों को कौशल विकास प्रशिक्षण तथा रोजगार में प्लेसमेन्ट कराने के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि शहरी पथ विक्रताओं (स्ट्रीट वेण्डर्स)का सामाजिक आर्थिक सर्वे कराकर सभी नगर पालिका क्षेत्रों में वेण्डिंग, नॉन वेण्डिंग जोन बनाये जाए। टाउन वैंडिग कमेटी का गठन कर बैठक का आयोजन कर इस दिशा में सक्रिय कार्य करे। उन्होंने अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया कि नगर पालिका क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों का थर्ड पार्टी से निरीक्षण करवाया जाए एवं सड़क की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए लेब में भिजवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में पानी की निकासी पम्प से करवाये व विद्युत नहीं होने की स्थिति में जनरेटर की व्यवस्था कर निकासी करवायें। उन्होंने फतेहपुर अधिशाषी अधिकारी को मण्डावा रोड़ पर अण्डर पास के पास पानी नापने का गेज लगवाने व चेतावनी का सांकेतिक बोर्ड लगाने के निर्देश दिए ताकि कोई दुर्घटना नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा रसोई वेन का नगरपालिका क्षेत्रों में इस प्रकार से संचालन करें कि कम से कम एक सौ व्यक्ति प्रतिदिन लाभान्वित हो सके। एनयूएलएम के जिला परियोजना अधिकारी अरविन्द सामोर ने बैठक में प्रगति विवरण प्रस्तुत कर अब तक की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में नगर पालिकाओं के समस्त अधिशाषी अधिकारी , बैंक प्रतिनिधि अशोक कुमार ने हिस्सा लिया।