मरूधरा में मंगलवार को रात्री से अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। अमृत बनकर बरसी बारिश से निहाल हो उठे और आखिरकार गर्मी की आग से झुलसते लोगों को सुकून मिला। अचानक आई फुहार ने लोगों को जहां गर्मी से राहत दी। वहीं उनका मन भी बारिश की लगातार गिरती बूंदों को देखकर प्रफुल्लित हो गया। बूंदाबांदी बरसात में बदल गई और बादल बरस पड़े। बरसात से सडक़ों पर पानी फैल गया तथा कई निचले इलाकों में ताल-तलैया भर गए। सडक़ों पर फैले कीचड़ से लोगों को आने जाने में परेशानी उठानी पड़ी। लगातार हो रही बरसात के कारण तापमान में भी काफी गिरावट आई है। इससे पहले सुबह की शुरूआत उमस से हुई। दोपहर को छाए बादलों ने उमस से राहत दी। इसके बाद बादलों व सूरज के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा। शहर में वाहन चालकों व यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वार्डो एवं कॉलोनियों में बरसाती पानी के निकास की व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं किए जाने से जगह-जगह बरसाती पानी भरा होने से लोगों को आवाजाही में काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सडक़ मार्ग पर पानी भरा होने से असुविधा का सामना करना पड़ा। शहर के क्षेत्र जलमग्न हो गये। इन क्षेत्रों में काफी देर तक बारिश का पानी भरा रहा। जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी झेलनी पड़ी।