विधायक अनिल शर्मा व पूर्व प्रधान मनोहरी देवी शर्मा ने किया सम्मानित
सरदारशहर, [जगदीश लाटा ] कहते हैं , मन के हारे हार है मन के जीते जीत। अगर कुछ करने की मन में ठान ली तो कोई भी आपके रास्ते का रोड़ा नहीं बन सकता। ऐसा ही एक उदाहरण अमरसर की कमला पुत्री भभूता राम मेघवाल ने कर दिखाया है। दरअसल स्कूल के दिनों में कमला ने करंट लगने से अपने दोनों हाथ खो दिए फिर भी उसका जज्बा कम नहीं हुआ। कमला के परिजनों व गांव वालों ने कमला का हौसला बनाए रखा। आखिरकार कमला अब तृतीय श्रेणी लेवल वन के परीक्षा परिणाम में सफलता हासिल कर अध्यापिका बन गई है। कमला की इस सफलता ने चूरू सहित पूरे राजस्थान के लोगों को गौरवान्वित किया है ।
इसी क्रम में रविवार को कमला के जज्बे को विधायक आवास पर भी सेल्यूट किया गया। इस दौरान अनिल शर्मा, पूर्व प्रधान मनोहरी देवी शर्मा, नगरपरिषद उप सभापति अब्दुल रशीद चायल सहित अनेकों पार्षदों व जनप्रतिनिधियों ने मिठाई खिलाकर व शाॅल ओढ़ाकर तथा आर्थिक सहायता प्रदान कर कमला और इसके भाई जगदीश को सम्मानित किया और भविष्य में भी हर प्रकार की मदद का भरोसा दिया। इस अवसर सभी उपस्थित जनों ने कमला के जज्बे और मेहनत की प्रशंसा की।
इस अवसर पर कमला की सफलता से प्रभावित होकर सरपंच नानूराम पारीक ने भी अपनी ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की। कार्यक्रम में विधायक अनिल शर्मा पूर्व प्रधान मनोहरी देवी शर्मा, नगर परिषद उपसभापति अब्दुल रशीद चायल, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र सिंह राजवी,सरपंच नानुराम पारीक, शिक्षक नेता पवन महर्षि, बजरंग लाल शर्मा, भरत गौड़, पार्षद राजेश पारीक, ओमप्रकाश नाई ,ओमप्रकाश मेघवाल, अशोक मेहरा ,परमेश्वर दुबे, नूर मोहम्मद खोखर सहित कई पार्षद एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस दौरान बहिन कमला ने स्वर्गीय विधायक भंवरलाल शर्मा द्वारा किये सहयोग को याद करते हुए कहा कि दादोजी ने हाथ के ऑपरेशन के समय उनका बहुत सहयोग किया था आज अगर वो जीवित होते तो मुझे देखकर उनको बहुत खुशी होती।