मतदान के बाद से जारी है सियासी समीकरणों पर दिमागी कसरत
झुंझुनू, मतदान समाप्ति के बाद से लगातार से कयासों का शोर ही सुनाई दे रहा है । चाहे गांव की चौपाल हो या शहरो की चौपाटी । हर तरफ बस एक ही चर्चा कौन बन रहा है विधायक किसकी बनेगी सरकार । वहीं स्थानीय स्तर पर विधायक की जीत के आकलन को जातिगत समीकरणों के आधार पर परखा जा रहा है किस प्रत्याशी ने अपनी तरफ कैसे किया है जातिगत वोटो का ध्रुवीकरण, इसके लिए लगातार तर्क वितर्क किया जा रहे हैं । यहां तक की सरकारी कार्यालय के परिसर में भी कामकाज से ज्यादा इन दोनों राजनीतिक समीकरणों पर ही चर्चा हो रही है । वही अपने अपने प्रत्याशियों की जीत को सट्टा बाजार के आधार पर भी तर्कसंगत ठहराया जा रहा है । वही चाय की दुकानों पर तो यह चर्चा कई बार आपस की गर्माहट तक पहुंच जाती है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि निर्वाचन आयोग द्वारा 30 नवंबर को शाम 6:30 बजे तक किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल पर रोक लगाई गई है जिसके चलते राजनीतिक चर्चा करने वालों में सिर्फ दिमागी कसरत और सट्टा बाजार के भावों को लेकर ही चर्चा हो रही है। अभी तक तो सिर्फ कयासों का दौर ही जारी है लेकिन 30 नवंबर को शाम 6:30 बजे से ही एग्जिट पोल का दौर शुरू हो जाएगा ।एग्जिट पोल सामने आने के बाद उसके ऊपर भी सही और गलत ठहरने को लेकर चर्चाओं का दौर जारी रहेगा । 3 दिसंबर को ही मतगणना के परिणाम आने पर इन सारी चर्चाओं पर विराम लगेगा। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू