तीन साल में 36 लाख रु का प्रोत्साहन
झुंझुनूं, जिले के चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाणन हुआ है जिसके चलते अब इन्हें तीन साल में 36 लाख रु की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। डिप्टी सीएमएचओ व एनक्यूएएस कार्यक्रम के नॉडल अधिकारी डॉ भंवरलाल सर्वा ने बताया कि जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अजाड़ी कला, सिंगनोर, देवरोड़ और केहरपुरा कला का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाणन भारत सरकार द्वारा किया गया है। इसकी जानकारी भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव श्री एल एस चांगसन ने राजस्थान सरकार स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त शासन सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह को अर्धशासकीय पत्र लिखकर दी। डॉ सर्वा ने बताया कि इस सर्टिफिकेशन पर प्रति पीएचसी को प्रति साल तीन लाख रुपये तीन साल तक संस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार औऱ विकास के लिए मिलते हैं। चारों संस्थाओं की इस उपलब्धि पर सीएमएचओ डॉ राजकुमार डाँगी ने सभी को बधाई औऱ शुभकामनाएं दी। डॉ सर्वा ने बताया कि पीएचसी केहरपुरा कला को यह उपलब्धि दिलवाने में प्रभारी डॉ अभिषेक बुडानिया के नेतृत्व में बिंदिया, कंचन, रोहिताश, राकेश, मंजू धनपत कंवर, विकास, गौतम, अनिता, राजबाला, स्नेहलता का महत्वपूर्ण योगदान रहा । पीएचसी देवरोड़ में प्रभारी डॉ विजय सैनी के नेतृत्व में रमेश, निशा, सुमन, नेहा, इंदिरा देवी, सुमित्रा, करण, पूजा, सम्पति, कैलाश और दीपचंद की भूमिका सराहनीय रही। पीएचसी अजाड़ी में प्रभारी डॉ रेखा, डॉ राहुल, विजेंद्र, अंकिता, सरबती, आशा, पूजा, संजू, अजय, प्रदीप, आशा कंवर, अब्दुल साकिर का अहम योगदान रहा। इसी तरह पीएचसी सिंगनोर में प्रभारी डॉ पूजा, प्रियंका बॉयल, सुनीता, रेणु, राजबाला, पंकज, सीमा, सुनीता और मुनेश का सराहनीय योगदान रहा। इसके साथ ही जिला क्वॉलिटी सेल से डॉ नवीद अख्तर, नर्सिंग ऑफिसर सुभाष दानोदिया, राकेश बुडानिया, रचना, सुरेंद्र सैनी का भी सराहनीय योगदान रहा। नॉडल अधिकारी डॉ सर्वा ने बताया कि जल्द ही सभी विजेता संस्थान व उनकी टीम को जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जायेगा।