रतनगढ़[नवरतन प्रजापत ] पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के निधन को राष्ट्र के लिए एक अपूर्णीय क्षति बताते हुए इसकी पूर्ति युगों युगों तक असंभव है। उक्त उद्गार एसोसियेशन के अध्यक्ष दीनदयाल पारीक ने वाजपेयी के निधन पर एसोसियेशन के द्वारा दादू द्वारा के मंहत देवदास महाराज के सानिध्य में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में रखे। इस अवसर पर मंहत ने कहा कि स्व. वाजपेयी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर कोई शब्द कोष है ही नहीं जिसका वर्णन किया गया है। इस अवसर पर एसोसियेशन से जुडे सभी सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर क्रमवार स्व. वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एसोसियेशन के सचिव घनश्याम मंगलहारा, प्रताप बोथरा, नरेन्द्र झंवर, अनिल ताम्रायत, दाऊद सोलंकी, कानाराम बबेरवाल, रमेश थर्ड, गौरीशंकर जालान, मनोज पारीक, भंवरलाल प्रजापत, राजेन्द्र चांदगोठिया, पूनमचंद प्रजापत, विजेन्द्र शर्मा, ईशरराम, बनवारीलाल सहित एसोसियेशन के दर्जनों सदस्यगण उपस्थित थे। इसीक्रम में श्री गौड़ ब्राह्मण सेवा समिति की ओर से पंडित विष्णुदत्त शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित शोक सभा में अटलबिहारी वाजपेयी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। आयोजित शोक सभा में वैध लक्ष्मीनारायण शर्मा, वासुदेव चाकलान, गौतम महर्षि, राजकुमार महर्षि व मुरलीधर शर्मा ने वाजपेयी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। समिति के अध्यक्ष अम्बिकाप्रसाद हारित ने कहा कि यह हमारे लिए राष्ट्र क्षति है लेकिन उनके विचार हमारे साथ रहेंगे। शोक सभा में निरंजन ताम्रायत, ओमप्रकाश महर्षि, गजेन्द्र शर्मा, महावीरप्रसाद महर्षि, सुशील इन्दौरिया, निर्मल हारीत, सुशील पचलंगिया, महेश तिवाड़ी, रेखाराम महर्षि, प्रदीप आत्रेय, निलेशकुमार इन्दौरिया, नरेन्द्र सांकृत्य, किशन चौमाल, राजेश कौशिक आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किये।