विभिन्न श्रेणियों के दिव्यांग व्यक्ति बनवा सकते हैं दिव्यांगता पहचान पत्र यूडीआईडी कार्ड,
दिव्यांगों के लिए संचालित योजनाओं का उठा सकेंगे लाभ, उपखंड मुख्यालयों पर होंगे शिविर
चूरू, विशेष योग्यजन निदेशालय, जयपुर के निर्देशानुसार 23 जनवरी से 28 फरवरी तक निर्धारित दिवसों में जिले में दिव्यांग व्यक्तियों की सहायतार्थ विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे।जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी के निर्देशानुसार 23 जनवरी को चूरू ब्लॉक, 30 जनवरी को सुजानगढ़, 05 फरवरी को राजगढ़, 09 फरवरी को बीदासर, 13 फरवरी को सरदारशहर, 19 फरवरी को रतनगढ़ एवं 28 फरवरी को तारानगर ब्लॉक मुख्यालय पर शिविर होगे। शिविरों के लिए संबंधित एसडीएम को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला ने बताया कि शिविरों का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों के लिए संचालित विविध योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु उनकी पहचान के लिए यूडीआईडी कार्ड बनाना है। वर्तमान में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए संचालित अधिकांश योजनाओं के लिए आवेदन ऑनलाईन माध्यम से होता है। इसलिए योजनाओं के लिए लाभ प्राप्त करने हेतु यह यूडीआईडी कार्ड बनवाया जाना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग व्यक्ति अपनी एसएसओ आई.डी. के माध्यम से स्वयं अथवा ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन कर सकता है। यूडीआईडी कार्ड बनाने हेतु दिव्यांग व्यक्तियों को अपना आधार कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साईज फोटो, जन आधार कार्ड, मूल निवास, आय का घोषणा पत्र आदि दस्तावेज संलग्न करने होंगे। दिव्यांग व्यक्ति का जन आधार कार्ड नहीं होने की स्थिति में जन आधार कार्ड आवश्यक रूप से बनवाना होगा। बिना जन आधार कार्ड के यूडीआईडी कार्ड के लिए ऑनलाईन आवेदन नहीं हो पाएगा। यूडीआईडी कार्ड जारी होने के उपरांत डाक के माध्यम से दिव्यांग व्यक्ति को घर बैठे ही यूडीआईडी कार्ड प्राप्त हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि जनगणना वर्ष 2011 के अनुसार राज्य में 1563694 दिव्यांगजन निवासरत थे। उनमें से केवल 85 प्रतिशत दिव्यांग व्यक्तियों के ही यूडीआईडी कार्ड जारी हुए हैं। वर्तमान में दिव्यांग व्यक्तियों की संख्या में काफी वृद्धि हो चुकी है। वर्तमान में आरपीडब्ल्यूडी एक्ट, 2016 के अनुसार दिव्यांगता की श्रेणी 07 से बढ़ाकर 21 कर दी गयी हैं। इन श्रेणियों में अंधता, अल्प दृष्टि, कुष्ठ रोग मुक्त, श्रवण बाधित, चलन निःशक्तता, बौनापन, बौद्धिक अक्षमता, मानसिक रोगी, स्वलीनता, प्रमस्तिक घात, मांसपेशीय दुर्विकास, क्रोनिक न्यूरोलोजिकल कन्डीशन, स्पेसिफिक लर्निंग डिसेबलिटी, मल्टीपल स्कलेरोसीस, वाक् एवं भाषा निःशक्तता, थैलेसीमिया, हीमोफिलिया, सीकल सैल डीजिज, बहु निःशक्तता, तेजाब हमला पीड़ित, पार्किसंस रोग शामिल हैं। इसलिए इन श्रेणियों के दिव्यांगों का पंजीकरण बढ़ाने एवं दिव्यांगों को डिजिटल दिव्यांगता प्रमाण पत्र एवं यूडीआईडी कार्ड जारी कर पात्रतानुरूप विभाग द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों के लिए संचालित योजनाओं से जोड़ने हेतु कैम्पों का आयोजन किया जा रहा है। कैम्पों में मुख्य रूप से दिव्यांग व्यक्तियों का यूडीआईडी कार्ड बनाना, दिव्यांगों का चिन्हीकरण करना, दिव्यांगों को विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करना एवं दिव्यांग व्यक्तियों के लिए संचालित विविध योजनाओं की जानकारी प्रदान करना आदि कार्य किए जाएंगे।
ओला ने बताया कि कैम्पों के सफल आयोजन हेतु संबंधित उपखण्ड अधिकारी, आवश्यक चिकित्सकीय दल, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, नगरीय विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विविध अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने पात्र दिव्यांग व्यक्तियों से कैम्प के माध्यम से यूडीआईडी कार्ड बनवाने की अपील की है।