मारपीट के दौरान नाबालिगा की चीख सुनकर दौड़े पड़ोसी
सादुलपुर, [कृष्ण फगेड़िया] चूरू जिले की सादुलपुर तहसील में रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां महाराष्ट्र की एक नाबालिग से उसको ही पालने वालों ने दरिंदगी कर डाली। रोजाना उसके साथ मारपीट की जाती उसके शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं जहां जख्म के निशान ना हो। उसे गर्म चिमटे और जलती लड़कियों से भी दागा गया। इतना ही उसका शारीरिक शोषण भी किया गया। इसी घर के 30 वर्षीय बेटे पर गलत काम करने का आरोप लगाया है। इस पूरे मामले का खुलासा उसे वक्त हुआ जब नाबालिग की चीखें सुनकर मोहल्ले के लोगों ने समाजसेवी गायत्री देवी को शिकायत की, जिसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाया गया। उसके बाद सामने आया कि करीब 14-15 वर्षीय नाबालिग के साथ यहां रोजाना दरिंदगी होती रही। इस बेटी के कोई दस्तावेज तक नहीं बनाए गए जिससे कि यह पता लगा पाए कि उसकी उम्र क्या है। समाजसेवी गायत्री पुनिया ने सादुलपुर पुलिस को लिखित में शिकायत दी है। गायत्री देवी ने बताया कि वार्ड संख्या 38 की एक महिला ने कॉल कर बताया कि एक बिना मा बाप की लड़की के साथ बहुत गलत हो रहा है। जब वह नाबालिग से मिली तो उसने बताया कि उसकी मां महाराष्ट्र राज्य की रहने वाली थी, जो सादुलपुर में झाड़ू पोछा करने का काम करती थी। जब वह 4 साल की थी तो यहां वार्ड 38 के बनवारीलाल के पास उसकी मां उसे छोड़कर चली गई। जब वह 4 साल की थी तभी से यहां रहने लगी। उससे घर का सारा काम करवाया जाता। घर के काम मे गलती होने पर मारपीट भी की जाती। बीच में उसकी मां उसे लेने के लिए यहां आई भी थी लेकिन घर वालों ने उसे लड़ाई झगड़ा कर निकाल दिया इसके बाद उसकी मां पुलिस को लेकर घर पर आई लेकिन इन्होंने उसे एक संदूक में बंद करके ताला लगा दिया। उसकी मां को यहां से खाली हाथ लौटना पड़ा। इसके बाद से उसे कभी भी अकेले घर से बाहर नहीं जाने दिया गया। जब वह थोड़ा बड़ी हुई तो मारपीट और ज्यादा बढ़ गई उसे चिमटा और जलती लकड़ी से भी दागा गया। उसके साथ सेक्सुल हरैसमेंट होने लगा। घर का छोटा बेटा रवि उसके साथ गलत काम करता था, मना करती तो मारपीट करता व शराब के नशे में गर्म सरिए से भी दाग दिया। जिसके कई निशान अभी भी है। बीती रात को भी उसने बेल्ट से मारपीट की। नाबालिग के केवल चेहरे पर चोट के 7 निशान है, जो उसके साथ हुई दरिंदगी की दास्तां की गवाही दे रहे हैं। इसके अलाव सिर, हाथ, पैर, कंधे व कमर पर भी कई चोट के निशान हैं। नाबालिग ने बताया कि उसे अपनी मां का चेहरा याद है लेकिन वह कहां रहती है इसका पता नही। बहरहाल पुलिस नाबालिग को बाल कल्याण समिति में पेश करेगी, जहां उसकी कॉउंसलिंग की जाएगी। हालांकि समाज सेवी गायत्री पुनिया ने कहा हमने मुकदमा दर्ज करवाने कि मांग की मगर कभी तक पुलिस ने कोई मामला दर्ज नही किया । सादुलपुर से कृष्ण फगेड़िया की रिपोर्ट