चूरु, [सुभाष प्रजापत ] मोबाइल रिचार्ज कराने गए 16 साल के नाबालिग से मोहल्ले के ही कुछ लोगों ने मारपीट कर उसकी हत्या कर दी। परिजनों ने नाबालिग को गवर्नमेंट डीबी अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के दादा की रिपोर्ट पर तीन पर हत्या करने का मामला दर्ज कर लिया है। घटना के बाद हत्या के आरोपी मौके से भाग गए।कोतवाली थानाधिकारी मुकुट बिहारी ने बताया कि वार्ड 20 शेखावत कॉलोनी निवासी मो. शकुर ने रिपोर्ट में बताया है कि उसके नाबालिग पोते अशरफ को मोहल्ले का असलम पिछले 3-4 दिन से मारने की धमकी दे रहा था। वह मेरे पोते से रंजिश रखता था।पीड़ित ने बताया कि शुक्रवार रात करीब नौ बजे अशरफ मुझ से रुपए लेकर मोहल्ले के बाबू कलाल की दुकान पर मोबाइल रिचार्ज कराने गया था। उसी समय मैं भी उसके पीछे बाबू कलाल की दुकान पर गया था। इसी दौरान वहां पर कासम और उसके दो बेटे असलम और जावेद भागकर आये और मेरे पोते अशरफ पर जानलेवा हमला कर दिया। उसे नीचे नाली पर पटक कर लात और घूंसों से मारपीट की। मैंने शोर मचाया तो बाबू कलाल, राबीया, हैदर और कालू आदि भागकर आए। जिस पर आरोपी अशरफ को छोड़कर फरार हो गए। अशरफ को संभाला तो वह बेहोश हो चुका था। हम उसे लेकर गवर्नमेंट डीबी अस्पताल लेकर गए, जहां जांच के बाद डॉक्टरने अशरफ को मृत घोषित कर दिया।घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और शव को अस्पताल की मॉच्र्युरी में रखवाया। जहां शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।अस्पताल में मॉर्च्यूरी के पास खड़े मोहल्ला के लोगों ने बताया कि मो. अशरफ ने पढ़ाई नहीं की थी। इसके चलते वह मजदूरी करने लग गया था। परिवार में तीन बहनों का वह इकलौता भाई था। इकलौते भाई की मौत की सूचना के बाद परिवार में मातम पसर गया है। घर का चिराग बुझने के बाद मां व बहनों की भी तबीयत बिगड़ गई।मोहल्ले के लोगों ने बताया कि अशरफ के पिता मो. शरीफ पहले यहीं पर मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। परिवार का अच्छी तरह से पालन पोषण करने के लिए वह करीब 15 दिन पहले ही मजदूरी करने के लिए विदेश गया है। उसे घटना की सूचना दे दी गई है।