सीकर, जिला कलेक्टर सीकर कमर उल जमान चौधरी ने शुक्रवार को सांवली रोड़ सीकर में कृृषि विभाग परिसर में स्थापित कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त निदेशक कृषि विभाग सीकर डॉ. हुशियार सिंह अतिरिक्त निदेशक कृषि विभाग द्वारा समस्त कक्षों का भ्रमण करवाया गया तथा जिला कलेक्टर द्वारा चाही गई विभिन्न जानकारिया उपलब्ध करवाई। झुंथाराम डूडी उप निदेशक कृषि ने ऑफ लाईन फाईलों के बारे में बताया तो जिला कलेक्टर चौधरी द्वारा ई-फाईलिंग शुरू करने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में मिट्टी,पानी की जांच के विषय में प्रयोगशाला में विश्लेषित हो रहे नमूनों की जानकारी ली। उप निदेशक उद्यान कार्यालय के निरीक्षण के दौरान हरदेव सिंह बाजिया, उप निदेशक उद्यान द्वारा समस्त विभाग की योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई।
जिला कलेक्टर ने संयुक्त निदेशक कृषि विभाग विभाग कार्यालय का निरीक्षण किया,निरीक्षण के दौरान विभागीय जांच, पेन्शन कैसेज, अनुकम्पा नियुक्ति की प्रगति के विषय में तथा ई-फाईलिंग के बारे में जानकारी ली, जिस पर रामनिवास पालीवाल ने बताया कि इस कार्यालय में किसी भी प्रकार की जांच, पेन्शन, अनुकम्पा नियुक्ति से संबंधित कोई प्रकरण बकाया नहीं है तथा इस कार्यालय द्वारा 28 पत्रावलियां ई-फाईलिंग द्वारा संधारित की जा रही है।
इसके बाद जिला कलेक्टर चौधरी ने आत्मा कार्यालय का निरीक्षण किया जिसमें कृषकों द्वारा भ्रमण पर जाने वाले कृषकों के फीड बैक की जानकारी लेने पर परियोजना निदेशक आत्मा ने जानकारी देते हुए भ्रमण से मोटिवेट होकर कार्य करने वाले कृषक का विडियों दिखाया जिस पर जिला कलेक्टर ने कहा कि इस किसान के यहां पर मैं अवश्य विजिट करूंगा। संयुक्त निदेशक उद्यान सीकर खण्ड सीकर कार्यालय में शिवजी राम कटारिया, संयुक्त निदेशक उद्यान ने पॉली हाउस, ड्रिप इरिगेशन तथा अन्य प्रगति के बारे में जिला कलेक्टर को जानकारी दी। उन्होंने आत्मा कार्यालय परिसर में संयुक्त निदेशक कृषि (रसायन) की निर्माण की जा रही प्रयोगशाला व कार्यालय का निरीक्षण किया तथा अर्जुन लाल पिंगोलिया, संयुक्त निदेशक कृषि (रसायन) ने बताया कि यह कार्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा किया जा रहा है जो संतोषप्रद है।
निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर चौधरी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य समय पर पारदर्शिता के साथ निस्तारित करें, जिससे कृषकों को समय पर कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ मिल सकें। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रगतिशील कृषकों द्वारा अन्य कृषकों को भी मेरी कहानी, मेरी जुबानी बताई जाये ताकि वे भी विभागीय योजनाओं से लाभान्वित हो सके।