राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल आई झुंझुनू
झुंझुनू, राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में बच्चों के संरक्षण के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे अनमोल है, वह बच्चा चाहे राजस्थान का हो या त्रिपुरा का। उनके हक की लड़ाई के लिए राज्य सरकार और आयोग तथा वे स्वयं सदैव तत्पर रहेंगी। उन्होंने कहा कि जिले में त्रिपुरा की बेटी का जो प्रकरण सामने आया है, उसे मुख्यमंत्री गहलोत ने गंभीरता से लिया और बच्ची के संरक्षण तथा उसके पुनर्वास के लिए कार्यवाही करने के निर्देश आयोग को दिए। वे मंगलवार को सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रही थी। बेनीवाल ने कहा कि बाल तस्करी के तहत त्रिपुरा की एक बेटी बहकावे और तस्करों का शिकार होकर झुंझुनू में आ गई थी। इसके बाद मामला पहले पुलिस में तथा बाद में राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग में पंहुचा। आयोग ने जिला प्रशासन की मदद से इस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उस बालिका को अपने संरक्षण में रखा। बालिका के गर्भवती होने तथा उसके बाद कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद उसके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा गया और उसे उचित रहने व खाने की व्यवस्था की गई। अब बालिका पूर्णतया स्वस्थ्य है और यात्रा कर सकती है। मंगलवार को त्रिपुरा से आई चार सदस्यो की टीम के साथ बालिका को त्रिपुरा के लिए रवाना किया गया, जहां से अग्रीम कार्यवाही की जाएगी। आयोग अध्यक्ष ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में राजस्थान बाल आयोग की ओर से केन्द्र बाल आयोग एवं त्रिपुरा बाल आयोग से लगातार समन्वय स्थापित किया गया और बालिका की घर वापिस की कार्यवाही की गई। त्रिपुरा से आई टीम के आईसीडीएस सुपरवाईजर ने बताया कि लड़की के गुमशुदा होने की सूचना मिलने के बाद त्रिपुरा बाल आयोग ने राजस्थान बाल आयोग की मदद से उसकी घर वापसी के लिए कार्यवाही शुरू करते हुए बालिका का रेस्क्यू करने के लिए कमेटी का गठन किया और उसको वापस ले जाने के लिए टीम को झुंझुनू भेजा। गौरतलब है कि आयोग की अध्यक्षा के साथ आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा भी झुंझुनू आए थे ।