झुंझुनू में स्वच्छता पर खर्च हुए पैसे की जांच एसीबी से करवाएंगे
न्याय मित्र केके गुप्ता का बड़ा फैसला
न्याय मित्र केके गुप्ता ने दिया झुंझुनू नगर परिषद को एक माह का समय
बोले, बदलाव नहीं नजर आया तो दूसरे कदम उठाए जाएंगे
झुंझुनू, स्थायी लोक अदालत द्वारा झुंझुनूं नगर परिषद क्षेत्र को स्वच्छ बनाने के लिए नियुक्त किए गए न्याय मित्र केके गुप्ता बुधवार को तीखे तेवरों में नजर आए। उन्होंने ना केवल नगर परिषद के अधिकारियों को खरी खरी सुनाई। बल्कि यहां तक कहा कि नगर परिषद झुंझुनूं ने स्वच्छता की दिशा में उन्हें जो रिपोर्ट भेजी थी। उसमें जमीन आसमान का अंतर है। इसलिए उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों को आगाह किया कि वे न्यायालय या फिर सरकार को गुमराह ना करें। ना ही झूठे तथ्य पेश करें। अन्यथा दूसरे कड़ंे कदम भी उठाने होंगे। इस दौरान केके गुप्ता के सामने आया कि साफ-सफाई के नाम पर नगर परिषद ने ना केवल बड़ी बड़ी मशीनें खरीदी है। बल्कि लाखों रूपए पानी की तरह बहाया जा रहा है। फिर भी शहर में साफ-सफाई सही नहीं है। जिस पर केके गुप्ता ने स्वच्छता को लेकर सभी भुगतान पर रोक लगा दी और जांच के उपरांत ही भुगतान जारी करने के लिए कहा। साथ ही कहा कि स्वच्छता के लिए जो मशीनें खरीदी है और जिस काम में पैसा खर्च हुआ है। उसकी जांच के लिए वे एसीबी को लिखेंगे। अब एसीबी मुख्यालय द्वारा नियुक्त अधिकारी ही इस खर्चे की जांच कर दूध का दूध पानी का पानी करेगा। डूंगरपुर के पूर्व सभापति और राजस्थान के स्वच्छता अभियान के पूर्व ब्रांड एंबेसडर केके गुप्ता ने सर्किट हाउस में नगर परिषद के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें आयुक्त दिलीप पूनियां, एक्सईएन राहुल भाटिया, एईएन रणजीत गोदारा तथा मुख्य सफाई निरीक्षक राजीव जानूं समेत शहर के गणमान्य लोग गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक मुरारी सैनी, पूर्व बैंककर्मी रामगोपाल महमिया, पुष्कर खेतान, राजेश केजड़ीवाल व पूर्व पार्षद प्रमोद जानूं समेत अन्य ने हिस्सा लिया। नगर परिषद अधिकारियों के साथ केके गुप्ता ने समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। तो वहीं शहर के मौजिज लोगों से चर्चा कर उनसे भी हकीकत जानी व सुझाव लिए। आपको बता दें कि गुप्ता भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के एनएसीसीसी के पद पर भी सेवारत है।
राणी सती मंदिर में लगेंगे दो कर्मचारी
न्याय मित्र केके गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद अधिकारियों को प्रसिद्ध श्री राणी सती मंदिर के बाहर दो कर्मचारी 24 घंटे के लिए तैनात करने के निर्देश दिए है। ताकि वहां पर साफ-सफाई रहे और आवारा पशु क्षेत्र में विचरण ना करें। क्योंकि देश के कोने-कोने से मंदिर में श्रद्धालु पहुंचते है। जिन्हें यदि गंदगी दिखती है और आवारा पशु दिखते है तो यह झुंझुनूं के लिए सही नहीं है।
अवैध होर्डिंग हटाने और पोस्टरों पर बैन लगाने के निर्देश
न्याय मित्र केके गुप्ता ने शहर में जगह-जगह पर लगे अवैध होर्डिंग को हटाने के निर्देश दिए। साथ ही शहर में मनमर्जी से दीवारों पर पोस्टर चिपकाने को लेकर भी सख्ती बरतने व संपत्ति विरूपण अधिनियम में मुकदमे दर्ज कराने के निर्देश दिए। गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद की निर्धारित जगहों पर ही होर्डिंग लगे। यह सख्ती से होना चाहिए। जिन छतों पर अवैध रूप से होर्डिंग लगे है। उन पर पैनल्टी लगाई जाए और सरकारी दर के अनुसार किराया वसूला जाए। वहीं एक भी पोस्टर शहर में दीवारों पर नहीं दिखना चाहिए।
बेतरतीब रेहड़ियों को हटाएं, निर्धारित जगह ही लगे रेहड़िया
न्याय मित्र केके गुप्ता ने बताया कि झुंझुनूं नगर परिषद में रेहड़ी ठेलों के लिए जगह निर्धारित होने के बावजूद मनमर्जी से चाहे वहां पर रेहड़ी-ठेले खड़े हो रहे है। जिससे ना केवल यातायात प्रभावित हो रहा है। बल्कि उनके द्वारा फैलाई जाने वाली गंदगी से शहर की स्वच्छता भी प्रभावित हो रही है। इसलिए इस दिशा में भी सख्ती बरतें।
कलेक्टर से की बात, बताया अपना विजन
न्याय मित्र केके गुप्ता ने झुंझुनूं नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छता की दिशा में अब तक उठाए गए कदम और आगे के निर्णयों से जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी को अवगत करवाया है। जिस पर कुड़ी ने भी पूरा सहयोग करने और निर्णयों की पालना करवाने के लिए आश्वस्त किया है।
मोबाइल नंबर करने होंगे जारी, शिकायत पर करनी होगी त्वरित कार्रवाई
न्याय मित्र केके गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद आयुक्त दिलीप पूनियां को जल्द से जल्द एक मोबाइल नंबर जारी करने के निर्देश दिए है। जिस पर शहर का कोई भी व्यक्ति साफ-सफाई और रोशनी के लिए शिकायत कर सके। मोबाइल पर मिलने वाली शिकायत को एक निर्धारित समय में निस्तारित करने के लिए अलग से सैल बनाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने इस मौके पर कहा कि शहर के जिन खाली प्लॉटों को लोगों ने कूड़ा घर बना रखा है। इन प्लॉट मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई करें और कूड़ा घर बनाने वालों पर भी कार्रवाई करें। वहीं सूचना आती है कि किसी व्यक्ति ने गंदगी की है तो उस पर भी बिना कोई संकोच के पैनेल्टी लगाए। प्रतिबंधित प्लास्टिक बैग्स को लेकर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए।
पार्षद और वार्डवासी करेंगे वेरीफाई, तब होगा भुगतान
न्याय मित्र केके गुप्ता ने बताया कि झुंझुनूं नगर परिषद ने हर वार्ड के लिए अलग-अलग सफाई ठेके दिए है। इसलिए अब ठेकेदार का सफाई का बिल तभी पास होगा। जब उस वार्ड का पार्षद और पांच मौजिज व्यक्ति सफाई को लेकर संतुष्टि का पत्र वेरीफाई करेंगे। यदि ऐसा नहीं होता है तो भुगतान रोक लिया जाए। वहीं वेरीफाई करने वाले पार्षदों और लोगों को यह भी देखना होगा कि गीला और सूखा कचरा अलग अलग निस्तारित हो रहा है।
एक महीने में चमकाने होंगे शौचालय
न्याय मित्र केके गुप्ता ने बताया कि शहर में बने सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों की हालत बेहद खराब है। नगर परिषद ने रिपोर्ट में तो कहा है कि हर दिन में तीन-चार बार सफाई होती है। लेकिन असल में ऐसा नहीं है। इस मामले में भी एक माह का समय नगर परिषद को दिया गया है। सभी शौचालयों को चमकाने और व्यवस्थाओं को माकूल बनाने के निर्देश दिए गए है।
पहले टूटी नालियों को करवाएं सही
न्याय मित्र केके गुप्ता ने एक्सईएन राहुल भाटिया से कहा है कि वे पहले शहर की टूटी नालियों को सही करवाए। ताकि गंदा पानी सड़कों पर ना आए और जहां पर नाली नहीं है। वहां पर नालियों का निर्माण करवाया जाए। इससे काफी हद तक गंदगी की समस्या का निस्तारण होगा। वहीं भाटिया ने 15 दिनों में बस स्टैंड से पोस्ट आफिस तक बन रहे नाले का काम पूरा करवाने का आश्वासन दिया है।
नेहरू मार्केट से हटेंगे अतिक्रमण
न्याय मित्र केके गुप्ता ने शहर में अतिक्रमणों को भी स्वच्छता का दुश्मन बताया है। उन्होंने कहा कि नेहरू मार्केट अब बाजार नहीं। बल्कि एक गली बन गया है। सड़क छुप जाती है। यहां के व्यापारी सामान को सड़क पर इतना रख लेते है। आने-जाने में समस्या होती है। नगर परिषद को 24 घंटे में यहां से अतिक्रमण हटाने और सड़क पर सामान रखने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
आवारा पशु नहीं मिलेंगे, निर्माण कार्यों में होगी गुणवत्ता
न्याय मित्र केके गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि गुरूवार से शहर में घुमने वाले आवारा पशुओं पर कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता भी सुनिश्चित करेंगे। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करें प्रथम प्राथमिकता नाली निर्माण में तथा खराब हुई मुख्य सड़कों पर देवें।