जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनके विभाग से सभी प्रकरणों की निर्धारित समयावधि में जांच कर उस पर उचित कार्यवाही करें, जिससे कि शिकायतकर्ता एवं आमजन को राहत मिल सकें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गत बैठक में प्रस्तुत पेंडिंग प्रकरणों पर आगामी बैठक से पूर्व उचित कार्यवाही कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। यादव गुरूवार को अटल सेवा केन्द्र में माह के दूसरे गुरूवार को आयोजित होने वाली जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने उन लम्बित प्रकरणों की भी चर्चा की, जो कई वर्षो से लम्बित हैं और केवल थोडी सी सजगकता से निपटाये जा सकते हैं। जिला कलेक्टर ने बैठकों में विभाग के अधिकारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिये कि वे रात्रि चौपाल एवं अन्य महत्वूपर्ण बैठकों में स्वयं उपस्थित होवें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इस दौरान उन्होंने जनसुनवाई के दौरान लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्यवाही कर राहत देने के निर्देश दिए। सतर्कता समिति की बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेपी बुनकर, अति. जिला कलेक्टर मुन्नीराम बागडिया, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक विप्लव न्यौला, सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक बाबूलाल रैगर, झुंझुनू एसडीएम अलका विश्नोई, मलसीसर एसडीएम, जिला शिक्षा अधिकारी, एसीपी घनश्याम गोयल, जलदाय एवं सावर्जनिक निर्माण विभाग के एसई, झुंझुनू तहसीलदार दमयंती कंवर, पवन कडवासरा, जिला रसद अधिकारी सुभाष चौधरी, समिति के सदस्य सहित बडी संख्या में जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।