दीवार के संरक्षण के लिए
फतेहपुर(बाबूलाल सैनी) , शेखावाटी फतेहपुर में कभी राजघराने की शानऔशौकत रहा दुर्ग वैसे तो अब लगभग पूरा खण्डर में तब्दील हो चुका है। लेकिन गढ़ प्रांगण के पीछे की दीवार आज भी मानो अपने अतीत के गौरव को संजोए खड़ी है और कह रही है कि फतेहपुर के इतिहास की आखिरी एक झलक को बचा लीजिए। दीवार के संरक्षण के लिए गुरुवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष आमीन लहरा के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें बताया गया कि ऐतिहासिक दुर्ग की दीवार का एक हिस्सा पिछले साल बारिश में ढह गया था। तथा वर्तमान में दुर्ग की दीवार को नुकसान पहुंचने का मुख्य कारण वार्ड 15 व 16 के घरों का गंदा पानी नालों के माध्यम से दुर्ग की दीवार में जमा होता है। जिसकी वजह से दुर्ग की दीवार गिनने के कगार पर है। ज्ञापन में उपखंड अधिकारी से अनुरोध किया गया कि घरों का गंदा पानी जो दुर्ग को नुकसान पहुंचा रहा है। उसे सीवरेज में जोड़ा जाए जिसे बचे हुए ऐतिहासिक दुर्ग की दीवार बच सकें।