कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए
झुंझुनू , आज एफर्ट्स कोर कमेटी ने शनिवार को अंबेडकर भवन झुंझुनू में सोशियल डिस्टेंस को मध्य नजर रखते हुए मीटिंग का आयोजन किया गया। एफर्ट्स झुंझुनू जिले के उन प्रतिभावान बच्चों के लिए एक संस्था है जो आर्थिक तंगी के अभाव में टैलेंटेड होते हुए भी 12वीं के बाद अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते क्योंकि उनके पास कोचिंग के लिए पैसों का और मोटिवेशन का अभाव होता है। इसी को मद्देनजर रखते हुए वर्तमान में बारहवीं कक्षा के सभी परिणाम जारी हो चुके हैं और एफर्ट्स ने कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए बच्चों से ऑनलाइन व ऑफलाइन कोचिंग के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह आवेदन बच्चे एफर्ट्स के ऑनलाइन लिक से भर सकते हैं। जो बच्चे एफर्ट्स के दायरे में आते हैं उनके लिए एफर्ट्स ने 10 सितंबर तक आवेदन आमंत्रित करने की तिथि निश्चित की है। इस तिथि तक जो भी बच्चे 12वीं के बाद आईआईटी, नीट या अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं जैसे व्याख्याता, पटवारी, रीट किसी भी कंपटीशन एग्जाम के लिए कोचिंग करना चाहते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है वे आवेदन कर सकते हैं। वर्तमान में देश में फैली कोरोना महामारी के कारण बच्चे ऑनलाइन कोचिंग को ही ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं तो इसके लिए आप एफर्ट्स में ऑनलाइन कोचिंग के लिए आवेदन में छूट दी है। सहायता हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 10 सितंबर तय की है। इस दौरान पवन कुमार आलडिया क्यामसर ने कहा कि वह बच्चे जो ऑनलाइन कोचिंग करना चाहते हैं वे निर्धारित तिथि से पहले आवेदन करके एफर्ट्स से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। सीताराम बास बुडाना ने कहा कि एफर्ट्स झुंझुनू की पहली संस्था है जो कोचिंग के लिए एससी के प्रतिभावान बच्चों को सहायता उपलब्ध कराती है। इस दौरान अजय काला, सुनील गोठवाल, डॉक्टर महेश सरोवा, मुकेश महरिया, सुनील कलिया, राजेश लोदीपुरा, सुमेर शास्त्री, नरेंद्र कङहायला, राकेश कुमार तुनवाल, मुकेश हालू, विकास आल्हा, नरेश कुमार, नरेंद्र कुमार , राकेश बेसरवाल आदि गणमान्य उपस्थित सम्मानितजनों ने अपने विचार व्यक्त किए।