झुंझुनू, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट सत्र में झुन्झुनूं जिले के सूरजगढ़ शहर में सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय खुलवाने की घोषणा करते ही अभिभाषक संघ सूरजगढ़ के नेतृत्व में क्षेत्र के लोगों ने पटाखे व डीजे बजा कर और मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। धरना स्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक श्रवण कुमार का माला पहनाकर स्वागत किया। लगभग दो माह से उपखंड कार्यालय सूरजगढ़ में एमजेएम कोर्ट खुलवाने के लिए वकीलों का धरना चल रहा था। इससे पहले भी वकीलों ने सूरजगढ़ में कोर्ट खुलवाने के लिए काफी संघर्ष किया। वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप मान ने कहा- एकता में बहुत ताकत होती है, एकजुट होकर संघर्ष करने से जीत सुनिश्चित हो जाती है। सूरजगढ़ में एमजेएम कोर्ट खुलवाने के लिए हमने काफी संघर्ष किया। सरकार तक आवाज पहुंचाने के लिए अभिभाषक संघ सूरजगढ़ ने पेन डाउन हड़ताल कर कोर्ट खुलवाने के लिए आमजन का समर्थन जुटाने के लिए आंदोलन शुरू किया। सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों, मीडिया और क्षेत्र के लोगों का समर्थन आंदोलन को निरंतर मिलता रहा, जिसकी बदौलत आज सूरजगढ़ में एमजेएम कोर्ट कोर्ट खुलने की घोषणा के साथ ही संघर्ष की जीत हुई है। अभिभाषक संघ सूरजगढ़ ने जिले की प्रभारी मंत्री ममता भूपेश, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक श्रवण कुमार सहित जिले के सभी विधायक, सूरजगढ़ पंचायत समिति के सभी सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधियों व आंदोलन से जुड़े सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं और समर्थन देने वाले सभी सामाजिक संगठनों का आभार व्यक्त किया। आंदोलन से जुड़े आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल गांधी ने कहा- संघर्ष करने वालों की हमेशा जीत होती है। क्षेत्र के विकास के लिए जिम्मेदार नागरिकों को राजनीतिक पार्टियों से बाहर आकर आवाज उठानी चाहिये। संघर्ष करने वाले आमजनों की आवाज में बहुत ताकत होती है। सूरजगढ़ में एमजेएम कोर्ट खुलना अभिभाषक संघ के नेतृत्व में शानदार संघर्ष की शानदार जीत है। यहां न्यायालय नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। सूरजगढ़ में एमजेएम कोर्ट खुलने से क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी। इस मौके पर पूर्व विधायक श्रवण कुमार, डॉ. जी. एल. मौर्य, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष एडवोकेट मनोज डिग्रवाल, सचिव एडवोकेट सुरेश कुमार दानोदिया, एडवोकेट हवासिंह चौहान, जगदेव सिंह खरड़िया, धर्मपाल गांधी, रामसिंह चेतीवाल, संतोष कुमावत, गजानंद कटारिया, सज्जन कुमावत, एडवोकेट भारत भूषण, एडवोकेट संदीप मान, एडवोकेट मदन सिंह राठौड़, एडवोकेट रामकुमार झाझड़िया, एडवोकेट विजय कुमार झाझड़िया, एडवोकेट संजू तंवर, एडवोकेट सुनील कुमार शर्मा, एडवोकेट राजेश चिरानिया, एडवोकेट सोमवीर खीचड़, एडवोकेट कृष्णपाल सिंह, एडवोकेट राजेश योगी, एडवोकेट सुरेंद्र सिंह तंवर, एडवोकेट अजय जडेजा, एडवोकेट रामेश्वरदयाल, बलवान मुंशी, एडवोकेट रघुनाथ चेजारा, राकेश वर्मा, रामजीलाल, विमल सैनी, विनोद चांदोलिया, कैलाश वर्मा, बाबूलाल सैनी, जयवीर सिंह अंकित सैनी, राजेश शर्मा आदि अन्य लोग मौजूद रहे।