सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की हो पालना
चूरू, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा है कि बरसात के सीजन में अधिकारी आपदा प्रबंधन के लिए मुस्तैद रहें और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जल भराव व निकासी की स्थिति पर लगातार नजर रखें। जिला कलक्टर सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन सहित विभिन्न मसलों पर आयोजित विभिन्न बैठकों को संबोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने इस दौरान उपखंड अधिकारियों एवं तहसीलदारों से कहा कि वे स्वयं शहरी क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति पर निगरानी रखें और नगर निकाय अधिकारियों को साथ लेकर विजिट करें। मौका अवलोकन करने पर समस्या का कोई न कोई तात्कालिक व स्थाई हल सूझ जाता है, उसके मुताबिक काम करें। इस दौरान बिजली, पानी की आपूर्ति भी समुचित रहे, यह संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज शर्मा से मौसमी बीमारियों की स्थिति को लेकर फीडबैक लिया और कहा कि जिले में एंटी लार्वल एक्टीविटी करवाएं। उन्होंने नगर निकाय अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में फॉगिंग करवाएं। लगातार बारिश से जमे पानी में मच्छर पनपने की पूरी संभावनाएं हैं, इसलिए मौसमी बीमारी से बचाव व रोकथाम के उपाय किए जाने आवश्यक हैं।
इस दौरान मौजूद जिला प्रमुख वंदना आर्य ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जल भराव वाले क्षेत्रों में समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए और अधिकारियों से कहा कि वे आपसी तालमेल के साथ इस प्रकार कार्य करें कि आमजन को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। बैठक में एडीएम लोकेश गौतम, उप वन संरक्षक सविता दहिया, एसीईओ हरीराम चौहान, सुजानगढ़ एसडीएम मूलचंद लूणियां, सरदारशहर एसडीएम पवन कुमार, बीदासर एसडीएम श्योराम वर्मा, रतनगढ़ एसडीएम विजेंद्र चाहर, एसीएफ राकेश दुलार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला, डीडी-आईसीडीएस डॉ नरेंद्र शेखावत, राजीविका डीपीएम दुर्गा ढाका, सानिवि एसई शिशपाल सिंह, डिस्कॉम एसई एमएम सिंघवी, पीएचईडी प्रोजेक्ट एसई राममूर्ति, कैलाश पूनिया, डीएसओ सुरेंद्र महला, कृषि उपनिदेशक दीपक कपिला, डीआरसीएचओ डॉ विश्वास मथुरिया सहित उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, नगर निकाय अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद थे।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की हो पालना
इस दौरान आयोजित जिला पर्यावरण समिति की बैठक में जिला कलक्टर ने विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा की और कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की समुचित पालना सुनिश्चित कराएं। सभी अधिकारी अपने दफ्तरों में भी इसकी पालना सुनिश्चित करें और देखें कि कहीं भी सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं हो। दुकानों में सामान के लिए कपड़े के थैलों का उपयोग हो। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक व पॉलिथिन आदि का उपयोग कम होने से हमारे शहरों एवं गांवों में गंदगी की समस्या से भी काफी हद तक निजात मिलेगी। उन्होंने जिले में अधिकाधिक जिला कलक्टर ने इस दौरान जिला पर्यावरण में स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि कहा कि रतननगर पालिका से एक शुरुआत की है, कोशिश है कि जल्दी और बेहतर रिजल्ट मिलें। उन्होंने मानसून के दौरान अधिकाधिक पौधरोपण के लिए भी निर्देश दिए और कहा कि विद्युत लाइनों और रोड एरिया को बचाकर पौधरोपण करें ताकि भविष्य में दिक्कत नहीं आए। सदस्य सचिव डीएफओ सविता दहिया ने विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।
बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा
जिला कलक्टर ने सोमवार को हुई बैठक में बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा की और अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने सूत्रों में समुचित प्रयास करें। उन्होंने घरों में नल कनेक्शन में तेजी लाने के निर्देश दिए और आईसीडीएस उपनिदेशक से कहा कि वे प्रत्येक पंचायत में मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाने और सभी केंद्रों में विद्युत कनेक्शन के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने राजीविका डीपीएम से गतिविधियां बढाने तथा कम्प्यूटर सखी प्रशिक्षण की प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए कहा।