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आरोपी ने 1995 में सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर करवाकर बनाया था सार्वजनिक जमीन का स्वामित्व प्रमाण पत्र
2018 में मुकदमा दर्ज होने के बाद सरपंच के हस्ताक्षर की एफएसएल रिपोर्ट आने पर एक आरोपी की पूर्व में हो चुकी है गिरफ्तारी
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] दांतारामगढ़ थानाधिकारी मदन कड़वासरा ने बड़ी कार्यवाही करते हुए सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर कर सार्वजनिक को हड़पने के दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया हैं। थानाधिकारी मदन कड़वासरा ने बताया कि परिवादी जगदीश पौद्दार ने वर्ष 2018 में इस्तगासा के जरिए मामला दर्ज कराया कि दांता निवासी हरिशंकर शर्मा उर्फ हरि महाराज व रामवतार शर्मा एवं अन्य लोगों ने मिलकर 1995 में सरपंच सुवा देवी के फर्जी हस्ताक्षर करवाकर सार्वजनिक जमीन गंगासागर कुआं एवं इसके चारों ओर की भूमि जिसमें बालाजी मंदिर, पीपल गट्टा एवं आसपास की भूमि पर अपना कब्जा व अधिकार दर्शा कर सार्वजनिक उपयोग की संपत्ति को धोखाधड़ी पूर्वक प्राप्त कर अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए कूट रचित स्वामित्व प्रमाण पत्र को असल के रूप में न्यायालय में भी उपयोग में लिया। पुलिस ने न्यायालय से फर्जी स्वामित्व प्रमाण पत्र को अपने अधिकार में लेकर सरपंच के हस्ताक्षर की एफएसएल अनुसंधान केंद्र में जांच करवाई तो उक्त स्वामित्व प्रमाण पत्र पर सरपंच के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। एफएसएल रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पुलिस ने फरवरी को एक आरोपी हरिशंकर शर्मा को गिरफ्तार कर लिया था और दूसरा आरोपी रामवतार शर्मा जोकि हरि शंकर का छोटा भाई है वह लगातार फरार चल रहा था।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अविलंब टीम गठित कर मंगलवार देर शाम को आरोपी रामवतार शर्मा उर्फ लाला महाराज को दांता से गिरफ्तार किया है। एसएसओ कड़वासरा ने बताया कि मामले में अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही हैं।