मदद के लिए आगे आ रहे है मददगार
सीकर,[नरेश कुमावत ] दांता का सुभाष पांच साल से बिस्तर पर काट रहा है जिंदगी। शरीर में चार आना बची है जान, बीबी बच्चे आने आने व दाने दाने के लिए हो रहे है परेशान। भामाशाह व दानदाता आगे आये तो सवर सकती है जिंदगी। जीवन में हादसे किसी के साथ भी हो सकते है राजा को रंक बनते समय नही लगता है। वैसे ही रंक को राजा बनते समय नहीं लगता है । दांता में सुभाष गढ़वाल (रेगर) जो कि 5 साल पहले दुबई (विदेश) में कारीगर का काम करते थे काम करते समय चार मंजिल से नीचे गिर गये थे जिससे उनका 75{44d7e8a5cbfd7fbf50b2f42071b88e8c5c0364c8b0c9ec50d635256cec1b7b56} शरीर ने काम करना बंद कर दिया है। डॉक्टरों को दिखने के बाद भी उनको कोई फायदा नही हुआ। उनके घर मे केवल वो ही कमाने वाले थे। आज उनके घर की हालत बहुत खराब है। जिसकी वजह से वो दवाई भी समय पर नही ले पा रहे। सहायता के लिए आगे आए भँवर कुमावत , चिरनजी लाल , पवन शर्मा, शमशेर अली ने 7200 की सहयोग राशि दी ।