सम्प्रेक्षण किशोर एवं शिशु गृहों के निरीक्षण
झुंझुनू, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि राजकीय सम्प्रेक्षण किशोर एवं शिशु गृहों में रहने वाले बच्चों को अच्छा वातावरण मिले, अच्छा खान-पान मिले। उन्होने कहा कि इन बच्चों की नियमित रूप से काउंसलिंग की जावें एवं उनके पुर्नवास के प्रयास किये जावे तथा उनके साथ अच्छा बर्ताव किया जाए। यह बात उन्होंने गुरूवार को सम्प्रेक्षण किशोर एवं शिशु गृहों के निरीक्षण के दौरान कही। बेनीवाल द्वारा श्रम विभाग को भिक्षावृति में लीन बच्चों एवं बाल मजदुरों के लिये समय-समय पर जिले में सर्वे करने के लिए कहा गया व बाल अधिकारिता विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग को जिलें में बालिका गृह संचालन करने के लिए कहा गया व शिक्षा विभाग को स्कूलों में शिकायता पेटी व चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर लिखवाने के निर्देश दिये। चाईल्ड लाईन के निदेशक राजन चौधरी ने सरकारी, निजी एवं स्कूल बसों एवं स्कूलों में चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर 1098 लिखवाने का सुझाव दिया। ततपश्चात बेनीवाल द्वारा दोरासर स्थित सैनिक स्कूल का दौरा किया व बच्चों से मिलें। इसके पश्चात जिले में स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह एवं शिशु गृह का निरीक्षण किया व व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बेनीवाल ने इससे पहले सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर परिवादियों से मुलाकात की। जो प्रकरण प्राप्त हुए उनके संबंधित विभागाध्यक्ष को उस पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. विजेन्द्र सिंह, सहायक निदेशक पवन पूनियां, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक प्रिया चौधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया, अंकित कुमार, अधीक्षक राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।