बीकानेर को कोरोना मुक्त कर घर पहुंचे योद्धा
चूरू, बीकानेर को कोरोना मुक्त करने के बाद आज स्वास्थ्य विभाग को टीम जो पिछले कई दिनों से अपने परिवार से दूर थी अपने घरों से दूर थी आज वो सब अपने घर पहुंचे है। इन्हीं के हिम्मत और मजबूत इरादों ने बीकानेर को कोरोना से मुक्त करवाया और बीकानेर के प्रत्येक नागरिक की जीवन रक्षा के लिए अपने घरों को परिवार को त्याग कर दूर रह रहे थे। जब वो सब अपने अपने घरों पर पहुंचे तो फूल माला पहना कर ताली और थाली बजा कर इनका स्वागत किया गया। कोरोना वॉरियर्स का कहना है ।कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में अपना कहर दिखा रखा है जिस से ना भारत अछूता है और ना राजस्थान अछूता है लेकिन इस महामारी से जिस तरह से भारत लड रहा है शायद ही कोई देश लड रहा होगा। यहां के कोरोना वारियर्स ने इस जंग को अपने परिवार से अलग रहने को मजबुर तो किया ही है वहीं कोरोना उनकी जान भी ले सकता है पर जिंदगी और जिम्मेदारी में अगर देखा जाए तो जिम्मेदारी ज्यादा बड़ी होती है फिर चाहे वो किसी के लिए भी हो जिम्मेदारी परिवार,समाज शहर के साथ साथ देश के लिए भी होती है। जिंदगी और जिम्मेदारी में से मुझे एक को चुनना पड़ा तो हम ने अपनी जिम्मेदारी को चुना जो कि सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि परिवार से लेकर देश की भी है। आज हम जिस दहाने पर खड़े है जिंदगी का सफर कभी भी छूट सकता है मगर इस डर से हिंदुस्तान के लिए इस देश की मिट्टी के लिए मेरी जो जिम्मेदारी है उसको में दरकिनार नहीं कर सकता क्योंकि जो अहसान हिंदुस्तान के मेरे पर है वो शायद मेरी जिंदगी से बड़े है राहत इंदौरी की एक शेर के साथ में दो मेरे मिसरे जोड़ कर लिखूं तो वो ये है ।
मेरे अंदर से एक-एक करके, सब कुछ हो गया रुख़सत,
मगर एक चीज बाकी है, जिसे ईमान कहते हैं
अगर हो है जाए वफात मेरी इस मुश्किल सफर में तो
बदन चिर कर देखना हम दिल में हिंदुस्तान रखते है
जब पूरे विश्व की नजरे हम पर टिकी है और हमारे देश के रहनुमाओं को हम से उम्मीद है आपसे उम्मीद है तो फिर फैसला हमारा है कि हम तिरंगे को अपने हाथो से आसमान की बुलंदियों पर लहरा दो और दिखा दो पूरी दुनिया को की हम मुश्किलों से डरने वाले लोग नहीं है सच ये भी है कि आजतक हमारे दुश्मन हमारे सामने थे पर इस बार लड़ाई बड़ी है क्योंकि हमारी लड़ाई अदृश्य दुश्मन से है जिसको हम सजगता और सतर्कता से ही हरा सकते है । हम आप सब के साथ के बिना ये लड़ाई नहीं लड सकते और नहीं जीत सकते तो उम्मीद है कि आप भी अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे । घरों में रहिए, स्वास्थ्य विभाग के लोगो के साथ जानकारी साझा कीजिए, पुलिस प्रशासन का साथ दीजिए, सफाई का ध्यान रखिए और किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर तुरन्त डॉक्टर से स्वास्थ्य सलाह लीजिए,
टीम के सदस्य :-
अब्बास खान,चिरंजीलाल,राम किशन,अनीता आर्य,रेणु,सुनीता,रामप्रकाश, मोइनुद्दीन,प्रकाश,अजय परिहार सुरेश आदि शामिल है जो करीब एक महीने बाद अपने घर परिवार से मिल रहे है ।