जिला कलक्टर ने बताया कल रात 8 बजे झुंझुनू से उतर प्रदेश राज्य के लिए चलाई जाएगी एक विशेष ट्रेन
झुंझुनू, जिले में पिछले कई दिनों से अन्य राज्यों तथा रेड जॉन क्षेत्रों से आने वाले लोगों के कारण जिले में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। जिसके लिए चिकित्सा विभाग पहले से पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। बाहर से आने वाले लोगों को जिले के बॉर्डर पर ही मेडिकल टीम अपनी निगरानी में ले लेती है और उसे क्वारेंटीन करने की प्रक्रिया कर रही है। जिला कलक्टर उमर दीन खान ने कहा है कि जिले में पूरी तरह बाहर से आने वाले लोगो की मॉनिटरिंग की व्यवस्था कर दी गई है। इसके लिए जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत एवं वार्ड स्तर पर समितियां गठित कर दी गई है, जो बाहर से आने वाले लोगों की प्रभावी मॉनिटरिंग का कार्य करेगी। जिला कलक्टर ने कहा कि आमजन भी अपने आस-पास के क्षेत्रों में अन्य जगहों से आने वाले लोगों की सूचना जिला प्रशासन को देवें, ताकि उनकी भी स्कैनिंग या आवश्यक होने पर सैम्पलिंग की जा सकें।
अन्य राज्यों के श्रमिकों को भिजवाने की हो रही है व्यवस्था – जिला कलक्टर ने बताया कि लॉक डाउन से पहले जिले में फसल कटाई या अन्य कार्य के लिए मजदूरी करने आए श्रमिक जो अपने घर जाना चाहते है उनको प्रशासन उनके गृह राज्यों तक भिजवाने की व्यवस्था कर रहा है। जिला कलक्टर ने बताया कि शनिवार को रात 8 बजे झुंझुनू से उतर प्रदेश राज्य के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी, जिसमें 1500 के करीब यात्री बरेली, मुरादाबाद व अन्य जिलों में जाएंगे, उनके खाने-पीने के पानी की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई है। वहीं ट्रेन में बैठने से पहले उनका पुनः मेडिकल चेकअप भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य के 40 श्रमिकों को भी शनिवार को विशेष बसों के माध्यम से रेवाडी ले जाया जाएगा, जिसकी पूरी तैयारी जिला प्रशासन की ओर से कर ली गई है। जिला कलेक्टर ने बताया कि आज शुक्रवार को 157 श्रमिकाें को बस के माध्यम से जयपुर भेजा गया जहां से वे विशेष ट्रेन से उतराखण्ड के लिए रवाना हुए।
श्रमिकों से अपील – लॉक डाउन के दौरान अन्य जिलों से झुंझुनू जिले में आए श्रमिक जो काम के अभाव में अपने घर जाना चाहते है, उनसे जिला कलक्टर ने अपील की है कि आर्थिक गतिविधियों के तहत उद्योग-धंघे तथा सामान्य कामकाज निरंतर प्रारम्भ किये जा रहे है, आने वाले समय में और भी कार्य में छूट प्रदान की जा सकेगी। इसलिए श्रमिक इधर-उधर जाने की बजाय यहीं रहकर पहले की तरह अपने काम काज में ध्यान दे और आर्थिक लाभ प्राप्त करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जो श्रमिक इसके बावजूद भी अपने गृह जिले में जाना चाहता है, तो वह अपना पंजीयन अवश्यक करवायें, ताकि उस पर कार्यवाही कर उन्हें उनके घर भिजवाया जा सकें।