जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा है कि सांख्यिकी के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह शब्द डाटा एवं आंकडों को दर्शाता है। किसी परिवार, प्रदेश एवं देश का विकास सांख्यिकी के आंकडें ही दर्शाते है। उन्होंने कहा कि देश की योजनाओं के निर्माण का मुख्य आधार सांख्यिकी आंकडे ही होते हैं। सांख्यिकी शब्द जितना छोटा है, उसका महत्व उतना ही बडा है। यादव शुक्रवार को सूचना केन्द्र सभागार में आयोजित हुए 12वें जिला स्तरीय सांख्यिकी दिवस को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने सांख्यिकी विभाग के अधिकारियों एवं कार्मिकों से कहा कि उनके द्वारा दिए गए आंकडों पर देश की योजनाओं का आधार टिका हुआ है। वे जब भी आंकडे इक्कठा करने का कार्य करें तो जानकारी तथ्यों एवं सत्यता पर आधारित होनी चाहिये। अतः सभी कार्यों को पूर्ण सावधानी और सचेत होकर करें। समारोह के दौरान सांख्यिकी विभाग के सहा. निदेशक बाबूलाल रैगर ने सांख्यिकी दिवस के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद आर्थिक योजना तथा सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में प्रोफेसर पीसी महालनोबिस द्वारा किए गए उल्लेखनीय योगदान को ध्यान में रखते हुए प्रतिवर्ष 29 जून को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष दिवस की श्रेणी के अंतर्गत सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है। कार्यक्रम को महिला अधिकारिता विभाग के सहा. निदेशक विप्लव न्यौला, आईटी विभाग के एसीपी घनश्याम गोयल, व्याख्याता बूटीराम मोटसरा सहित सांख्यिकी विभाग के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थे।