बरसात में भिगते किसानों ने निकाली चेतावनी रैली
मांगें नहीं मानने पर दी बड़े आंदोलन की चेतावनी
झुंझनूं , आज अखिल भारतीय किसान महासभा की तरफ से गांधी चौक से कलेक्ट्रेट तक झमाझम हो रही बरसात की परवाह नहीं करते हुए किसान चेतावनी रैली में सैकड़ों किसानों ने किसान महासभा के झंडे हाथ में लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर किसान चेतावनी रैली में भाग लिया। आज जिले भर में रुक रुक कर हो रही बरसात से हालांकि रैली की संख्या में प्रभाव पङा फिर भी रैली में शामिल किसानों का जोश देखते बनता था । किसान चेतावनी रैली की प्रमुख मांगों में बिजली दरों की बढोतरी को जनहित में वापस लेने, कृषि कनेक्शनों की बंद 1666 रुपये प्रति बिल सब्सिडी को पुनः बिलों में ही जारी करने, ओलावृष्टि से रोज हो रही फसलों की तबाही का सही आकलन कर मुआवजा देने, स्वामीनाथन् आयोग की सिफारिशों के अनुसार फसल की लागत का डेढ गुणा भाव देने, किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी, कृषि बीमा नीति को खेत को इकाई मानते हुए किसानों के हित में फसल बीमा नीति बनाने, वी सी आर के नाम पर लूट बंद करने, वी सी आर में वास्तविक लोड की बजाय ज्यादा लोड दर्शाना बंद करने, सेटलमेंट कमेटी में न्याय के नाम पर मजाक बंद करने,आवारा पशुओं का प्रबंध कर किसानों की फसल बचाने,किसानों को प्रति माह बिना शर्त पांच हजार रुपये वृद्धावस्था पेंशन देने, कृषि कुओंके मनमाने तरीके से बढाये गये लोड की जांच कर वापस लेने, एक सौ मीटर तक घरेलू कनेक्शनों में सर्विस डोरी की बजाय विद्युत लाइनों को खड़ा कर कनेक्शन देने, नवलगढ क्षेत्र में सीमेंट कंपनियों के लिए भूमि अधिग्रहण रोकने, गैर आबादी में व जोहङों मे बसे सभी को घरेलू विद्युत कनेक्शन देने आदि 16 सुत्री मांग पत्र चेतावनी रैली की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया । जिला कलेक्टर ने ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों की सही गिरदावरी के लिए तहसीलदारों को पाबंद करने की बात बताई ।
जिला कलेक्ट्रेट पर सेवा निवृत्त अध्यापक लक्ष्मण सिंह भुकाना की अध्यक्षता में आयोजित किसान सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा ने कहा कि गहलौत सरकार हठधर्मिता छोड़ किसानों की जायज मांग मान ले अन्यथा सन् 2002-03 के किसान आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहें । अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने पर 300 युनिट फ्री बिजली की घोषणा करती है तथा राजस्थान में बिजली दरों में डेढ गुणा बढ़ोतरी कर जनता पर भार थोपती है कृषि विद्युत कनेक्शनों की 1666 रुपये प्रति बिल जारी सब्सिडी को बंद करती है यह भेदभाव राज्य का किसान बर्दाश्त नहीं करेगा । जिला अध्यक्ष कामरेड ओमप्रकाश झारोङा ने कहा कि ओलावृष्टि से जिले के कई गांवों की फसलें पहले ही बरबाद हो चुकी आज तहसील बुहाना, खेतङी व चिङावा के कई गांवों की फसलें भी ओलावृष्टि की भेंट चढ़ गई ऐसी हालत में भी राजस्व विभाग कम नुकसान दर्शाकर किसानों के साथक्रूर मजाक करता है सभा को जिला उपाध्यक्ष कामरेड ईंद्राज सिंह चारावास, स्वराज अभियान के जिला संयोजक कैलाश यादव, सुबेदार पोकर सिंह, कामरेड दुर्गा राम तिलोटिया, सही राम जाखङ, कमला देवी, सभाचंद ढाका, कामरेड प्रेम सिंह नेहरा, कामरेड सूरजभान, सहीराम महला , हरी राम शीथल, रोतास काजला आदि ने संबोधित किया ।