चुरूताजा खबर

समूचे देश की भावनाएं कोविड में माता-पिता खो चुके बच्चों के साथ – राहुल कस्वां

कोविड-19 में माता-पिता को खो चुके बच्चों को प्रदान किए पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन के दस्तावेज

बच्चों को मिली पोस्ट ऑफिस खाते की पासबुक

5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज का आयुष्मान भारत कार्ड, पीएम केयर्स सर्टिफिकेट और स्नेह पत्र

चूरू, कोविड-19 महामारी के दौरान माता-पिता को खो चुके जिले के छह बालक-बालिकाओं को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिला मुख्यालय पर एनआईसी वीसी कक्ष में सांसद राहुल कस्वां और जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम से संबंधित दस्तावेज प्रदान किए।इस दौरान सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि कोविड के दौरान मां-पिता को खो चुके बच्चों के सामने निस्संदेह चुनौतियों का अंबार है लेकिन संकट के इस समय में पूरे देश की भावनाएं उनके साथ है। इन बच्चों से जुड़ी किसी भी समस्या के समाधान एवं मदद के लिए वे सदैव तैयार हैं।

उन्होंने इस मौके पर बालक-बालिकाओं को पोस्ट ऑफिस खाते की पासबुक, 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान भारत कार्ड, पीएम केयर्स सर्टिफिकेट, प्रधानमंत्री द्वारा जारी स्नेह पत्र, योजना के दिशा-निर्देशों की प्रति एवं दस्तावेजों का फोल्डर प्रदान किया। सांसद एवं जिला कलक्टर ने इस दौरान बच्चों के अभिभावकों से बात करते हुए कहा कि इन बच्चों को बेहतर स्कूलों में प्रवेश दिलाएं। इनकी शिक्षा में किसी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग एवं सांसद राहुल कस्वां ने बच्चों को केंद्रीय विद्यालय अथवा नवोदय विद्यालय में प्रवेश दिलाने का प्रस्ताव दिया।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नरेश बारोठिया ने बताया कि 29 मई 2021 से शुरू की गई पी.एम. केयर फॉर चिल्ड्रन योजना में चिन्हित बालक-बालिकाओं को निःशुल्क स्कूली शिक्षा के साथ ही उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण की सहायता देय है। शिक्षा ऋण के ब्याज का भुगतान पीएम केयर्स से किया जाएगा। इसके अलावा 18 वर्ष की आयु तक आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया गया है जिसके प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा व्यक्तिगत जरूरतों के लिए 18 वर्ष की आयु पूरी करने तक मासिक वित्तीय सहायता, 23 वर्ष की आयु पूरी करने पर पीएम केयर्स से 10 लाख रुपये की सहायता, कक्षा 1-12 के बच्चों के लिए 20000 रुपये प्रति वर्ष की छात्रवृत्ति, कौशल प्रशिक्षण के लिए कर्मा छात्रवृत्ति, तकनीकी शिक्षा के लिए स्वानाथ छात्रवृत्ति, 50000 रुपये की अनुग्रह राशि देय है।

बारोठिया ने बताया कि भारत सरकार द्वारा कोविड-19 एक्सग्रेसिया राशि के रूप में 50 हजार रुपये दिए जा चुके हैं। इसके अलावा एक-एक लाख रुपये मुख्यमंत्री कोरोना सहायता में दिए जा चुके हैं। 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर चिन्हित बच्चों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। चिन्हित 6 बच्चों को प्रति माह प्रति बालक-बालिका 2500 रूपये पेंशन व 2000 रूपये वार्षिक अन्य सहायता के रूप में प्रदान किये जा रहे हैं। जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा इन बालक-बालिकाओं को 4000 रुपये प्रतिमाह प्रति बालक-बालिका स्पोंसरशिप सपोर्ट के रूप में (18 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक अथवा 3 वर्ष जो भी पहले हो) दिये जा रहे हैं। इस दौरान सुपरिटेंडेंट ऑफ पोस्ट ऑफिसेज एमपी मीना, रामेश्वर प्रजापति सहित संबंधित अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य मौजूद थे।

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