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भामाशाह कार्ड के बावजूद निजी अस्पताल संचालक डाल रहे है गरीबों की जेब पर डाका

पिडि़त ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

सूरजगढ़़(के के गाँधी) एक तरफ सरकार भामाशाह कार्डधारकों को स्वास्थ्य के नाम पर तीन लाख रूपए तक की चिकित्सा सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करवा रही है। वहीं दुसरी तरफ निजी अस्पताल संचालक भामाशाह कार्डधारकों से ही ईलाज के कई हजारों रूपए वसूल कर रहे है। ऐसा ही मामला कस्बे के वार्ड नं 13 निवासी अनूप पुत्र राजकुमार सोनी के साथ देखने को मिला अनूप की पत्नि तारा सोनी को 19 अगस्त को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो प्रार्थी उसे लेकर पिलानी के कल्प वृक्ष अस्पताल पहुंचा जहां पर अनूप ने अपना भामशाह कार्ड जमा करवा दिया व उसके साथ 6500 सौ रूपए जमा करवा दिए। अस्पताल में तारा सोनी के नार्मल डिलेवरी हुई उसके बाद अस्पताल प्रशासन व डॉ. कर्ण बेनीवाल ने पार्थी को 56218 रूपए का बिल और थमा दिया अस्पताल प्रशासन कह रहा है कि डिलेवरी ऑपरेशन से हुई है। बिल देखते ही प्रार्थी के होश उड़ गए। निजी अस्पताल संचालक ऐसे ही गरीबों के जेब पर डाका डाल रहे है। शुक्रवार को पिडि़त ने मंडावा चुनाव प्रचार में पधारे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा वहीं जिला कलेक्टर व सीएमएचओ को शिकायत कर मामले से अवगत करवाया। चिकित्सा विभाग को ऐसे अस्पतालों पर कार्यवाही करनी चाहिए।

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