पहली महिला शिक्षिका राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की
झुंझुनू, भीम आर्मी द्वारा अंबेडकर भवन झुंझुनू में पहली महिला शिक्षिका राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई इस कार्यक्रम की शुरुआत माता सावित्रीबाई फुले के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजेश जी बजाड़ थे कार्यक्रम की अध्यक्षता आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप चंदेल ने की। बजाड़ ने संबोधित करते हुए बताया कि माता सावित्रीबाई फुले नारी के उत्थान के लिए बहुत से सामाजिक कार्य किए महिलाओं को शिक्षा लेने का अधिकार दिलाया। रूढ़िवादी परंपरा एवं अंधविश्वास और पाखंड से मुक्ति दिलाने का काम किया प्रदीप चंदेल ने भी अपने संबोधन में सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महिलाओ को पढ़ने का अधिकार नहीं था उस समय में सावित्रीबाई फुले ने कई विद्यालय खोलें और महिलाओं को शिक्षित किया।आज महिलाएं जिस मुकाम पर है वह सब सावित्रीबाई फुले की ही देन है इसलिए हर महिलाओं को सावित्रीबाई फुले के जीवन से प्रेरणा लेते उनके पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया । इस कार्यक्रम मे भीम आर्मी ओर आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों ओर कार्यकर्ता ओर सूबेदार बुधराम सैनी, राधेश्याम पवार, रवि चंदेलिया,प्रोफेसर अनिल कुमार, भाई शकील फौजी, प्रमोद चावला,अविनाश छापोली, विकास कड़वासरा,आशीष गुडेसर, कपिल राज आर्यन ,राहुल वाल्मिकी,राहुल चावला,रमेश,रतन सिंह, दौलत महरानिया,पवन चावला मुकेश चावला ,राधेश्याम रचयिता, राकेश सेनी, संजय खान, विश्ववर लाल सैनी, संदीप सोनी,पिन्टू स्वामी आदि लोग उपस्थित रहे।