मुख्यमंत्री के नाम का उपखण्ड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
3 माह के बिजली के बिलों को माफ करने की मांग होटलों में रहकर राज नहीं चलेगा होटलो से बाहर निकलकर जनता की सेवा करें – बंशीधर बाजिया
सीकर(अरविन्द कुमार) जिलें के खण्डेला में पूर्व राज्य मंत्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में बिजली के बिल माफ करने की मांग को लेकर आज मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया। मुख्यमंत्री के विरुद्ध नारेबाजी कर भाजपा कार्यालय से शुरु होकर नगरपालिका होते हुए मुख्य बस स्टैंड पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला फूंका। तत्पश्चात भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।जिसमे उन्होंने आम आदमी को भारी भरकम बिल और कोरोना महामारी के चलते 3 माह के बिजली बिलों को माफ करने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि बिजली कंपनियां मार्च 2020 की तुलना में अप्रैल 2020 के बिल में 40 पैसे से लेकर 95 पैसा प्रति यूनिट की दर से वृद्धि की गई है। हर माह बिजली के बिल में स्थाई शुल्क लगाया जाता है। यह गलत बात है कि अगर किसी नागरिक ने अपनी आर्थिक मजबूरी के चलते पिछले माह का बिल नहीं चुकाया है तो अगले माह के बिल में पिछले माह की संपूर्ण राशि तो जोड़ रही है, लेकिन उसके साथ ही पिछले माह का स्थाई शुल्क भी अलग से और जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पिछले 3 माह के बिजली के बिलों के स्थगन का आदेश जनहित में निकाला था। इसके विपरीत बिजली कंपनियां उच्चतम दर से बिजली बिल बना कर वसूल कर रही है। पूर्व राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया ने बताया की हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण हुए आर्थिक नुकसान को दृष्टिगत रखते हुए सभी के अप्रैल मई और जून माह की बिजली के बिल माफ करने की घोषणा करें। बिजली कंपनियों को निर्देशित करें की भारी-भरकम राशि का बिल बनाकर जनता पर अनावश्यक रूप से दबाव न बनाएं। साथ ही बाजिया ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि होटलों में रहकर अब राज नहीं चलेगा तथा होटलों से बाहर निकलकर जनता की सेवा करें। ज्ञापन देने वालों में भारतीय जनता पार्टी के नगरपालिका पूर्व अध्यक्ष गुलझारीलाल कुमावत, मण्डल अध्यक्ष गुलाब गोयल, नेमीचन्द कुमावत, कपड़ा व्यापार संघ अध्यक्ष मोहन जी सैनी, युवा मोर्चा अध्यक्ष कदीर बिसायती, चेन सुख मेहरा, ओम प्रकाश सिसोदिया सहित बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद थे।