स्थानीय रोडवेज बस डिपो की खस्ताहाल हालत का खामियाजा यात्रियों को अक्सर उठाना पड़ रहा है परन्तु फिर भी इन बसों को सडक़ों पर दौड़ाया जा रहा है। यात्रियों को इन बसों पर इतना भी यकीन नहीं रहा कि वो अपनी यात्रा सकुशल पूर्ण कर लेंगे क्योंकि अक्सर ये बसें कहीं पर भी खराब होकर खड़ी हो जाती हैं। ऐसा ही नजारा शनिवार शाम को देखने को मिला। डिपों से गाड़ी सुधार के बाद बस को झुंझुनूं के रूट के लिए रवाना किया गया लेकिन बस स्टेण्ड से निकलने के बाद गाड़ी खराब होकर ब्रह्मचारी मोड़ पर खड़ी हो गई। करीब एक घंटे तक करीब 30 यात्री परेशान होते रहे तथा यात्रियों की गुहार के बाद दूसरी बस करीब एक घंटे के बाद पहुंची। रोडवेज चालक राजेन्द्र सैनी ने बताया कि गियर में खराबी के कारण बस फेल हो गई। कई बसों की हालत एकदम कंडम होने के बावजूद इन्हें जबरन चलाया जा रहा है। बसों के कल पुर्जे भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है जिसकी वजह से अधिक खराब बसों को सेंट्रल वर्कशॉप में भेजना पड़ता है। जो गाडिय़ां संचालित हो रही है उनमें से भी अधिकतर बुरी हालत में है। इस संबध में रोडवेज चीफ भागीरथ सिंह शेखावत ने बताया कि फिलहाल रोडवेज डिपो में 77 बसें हैं जिनमे से 15 अनुबंधित गाडिय़ा है। रोडवेज की आधा दर्जन बसे स्थाई रूप से खराब है तथा छह गाडियां ही नए मॉडल की है तथा अन्य बसें 2013 में खरीद की हुई है। बस खराब होने की सूचना पर दूसरी बस से सवारियों को रवाना कर दिया गया है।