बिट्स पिलानी लाइब्रेरी ने बच्चों के बीच पढऩे की आदतें पैदा करने के लिए रीडिंग मैजिक पर एक बहुत ही रोचक और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया। इस सत्र के दौरान माता-पिता को अपने बच्चों को स्मार्ट फोन, वीडियो गेम या टेलीविजऩ कार्यक्रमों की बजाय किताबों के साथ अधिक समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया । डॉ चन्द्रशेखर, वरिष्ठ एमीरिट्स प्रोफेसर एंव कुलपती एकेडमी ऑफ सांइस एंड इनोवेटिव रिर्सच इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथी थे । प्रोफेसर पंकज कुमार शर्मा द्वारा बच्चों को नाटकीय ढग़ से कहानी प्रस्तुत की । प्रो कुमार शंकर भट्टाचार्य ने कई उदाहरणों के साथ बच्चों को बताया कि कैसे आप लोग मज़ेदार किताबों को पढक़र और अधिक जानकार बन सकते हो और हर माता-पिता को सोने से पहले कम से कम 10 मिनट वे अपने बच्चों को एक रचनात्मक कहानी बताएं और पुस्तक पढने के लिए प्रोत्साहित करें । डॉ चंद्रशेखर ने भी एक नैतिक कहानी सुनाकर बच्चों को बताया की किस तरह से अच्छा व्यवहार करने वाला व्यक्ति सफल बन सकता है और यह अच्छी किताबें पढक़र हो सकता है । इस दौरान बच्चों के लिए ड्राइंग प्रतिस्र्पधा का भी आयोजन किया गया इस प्रतिस्पर्धा की जज प्रोफेसर सुरेखा भानोत थी । लाईब्रेरियन गिरिधर कुन्कुर द्वारा इस कार्यक्रम का संचालन किया गया । 7 से 9 वर्ष की आयु वर्ग में सुहानी गुप्ता, समरिक मजूमदार और श्र्रेया अजमेरा को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरूस्कार से पुरूस्करीत किया गया तथा 10 से 15 वर्ष की आयु वर्ग में अभिलिप्सा रॉटरी, अद्याषा गिरी और शुभंम सेठ को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरूस्कार से पुरुष्कृत किया गया ।