राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के मूलनिवासी लोगों को न केंद्र सरकार की योजना का लाभ मिल पा रहा है और ना ही राजस्थान की
सादुलपुर, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से वँचित हो रहे प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र के आमजन की समस्या के समाधान हेतु पूर्व विधायक मनोज न्याँगली ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है | मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में उन्होंने आरोप लगाया कि चूरू सहित प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों में चिकित्सा सुविधाओं का पूर्णतः अभाव है,इन इलाकों के लोगों को हरियाणा सहित परस्पर नजदीकी अन्य राज्यों के अस्पतालों में जाकर खुद के खर्चे पर ईलाज करवाना पड़ता है | नजदीकी राज्यों के ये अस्पताल प्रधानमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना में तो शामिल हैं | लेकिन राजस्थान सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल नहीं हैं | सीमावर्ती इलाके की सैकड़ों किलोमीटर दूरी की वजह से आपातकालीन स्थिति में जयपुर स्थित बड़े अस्पतालों में पहुंचकर ईलाज करवाना असम्भव है | जिससे राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के मूलनिवासी लोगों को न केंद्र सरकार की योजना का लाभ मिल पा रहा है और ना ही राजस्थान सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल पा रहा है | प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में उन्होंने नजदीकी इलाके से लगते अन्य राज्यों के आयुष्मान योजना में शामिल प्रतिष्ठित अस्पतालों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल करने की मांग की है ताकि सीमावर्ती जिलों के आमजन को प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना का वास्तविक अर्थ में लाभ मिल सके |